नई दिल्लीः बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की पूर्वी दिल्ली के आईपी एक्सटेंशन के उत्सव ग्राउंड में आयोजित हनुमान कथा का शनिवार रात समापन हो गया. शनिवार को दिन भर हुई बारिश के बावजूद बाबा बागेश्वर धाम सरकार की कथा सुनने के लिए लोगों का हुजूम जुटा हुआ था. शनिवार शाम तकरीबन 2 घंटे की देरी से शुरू हुआ बाबा बागेश्वर धाम सरकार की कथा का समापन रात साढ़े 9 बजे हुआ. इस दौरान हजारों की संख्या में पंडाल और उसके आसपास भक्तों की भीड़ मौजूद रही.
भक्तों का उत्साह देखकर बाबा बागेश्वर धाम सरकार खुश नजर आए. उन्होंने कहा कि दिल्ली वालों की भक्ति देखकर इंद्र भगवान ने भी अपना रास्ता बदल लिया है. उन्होंने कहा कि लोग उनसे पूछते हैं कि आप करना क्या चाहते हैं. मैंने कहा कि हम भारत में सनातन धर्म को बचाना चाह रहें है. हम भारत को बदलना चाह रहे हैं. हम चाह रहे हैं कि हमारा सनातन धर्म सुरक्षित रहे. हमारी बहनों को अब किसी लव जिहाद के चक्कर में ना पड़ना पड़े. हम चाहते हैं कि रामचरितमानस का कोई विरोध ना करे. हम चाहते हैं कि राम की यात्रा पर कोई पत्थर ना फेंके. हमारे देश का हर एक बालक मस्तक पर तिलक लगाकर गर्व से कहे कि मैं भी सनातनी हूं.
उन्होंने कहा कि राम ने श्री राम बनने में बहुत कुछ खोया है. राम वन में नहीं जाते तो श्रीराम नहीं बनते. इसीलिए सनातनी घर से बाहर निकलो. हमें मंदिर में भीड़ और सड़कों पर तूफान चाहिए. हमें रामराज से भरा हिंदुस्तान चाहिए. बाबा बागेश्वर ने कहा कि हमारी कोई राजनीति नहीं है. हम किसी राजनीति के चक्कर में शामिल नहीं हैं. भारत में किसी भी पार्टी का आदमी हो जो राम का है, वह बागेश्वर धाम का है. बाबा बागेश्वर ने कहा कि हम प्राण छोड़ सकते हैं, लेकिन रामराज की कल्पना और राम राष्ट्र की कल्पना कभी नहीं छोड़ सकते.
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