नई दिल्ली/गाजियाबाद: जिले में मामूली रोड रेज की घटना को सिर तन से जुदा करने वाली वारदात दिखाने की कोशिश का मामला सामने आया है. पुलिस की जांच में यह बात सामने आई है. जानकारी के मुताबिक घायलों के परिवार का दो लोगों (अल्ताफ और समीर) से पहले ही झगड़ा चल रहा था, जिससे वे उन्हें झूठे केस में फंसाना चाहते थे.
अल्ताफ और समीर को झूठे केस में फंसाने के लिए घायलों ने बोला झूठ
मामला गाजियाबाद के मोदीनगर थाना क्षेत्र का है, जहां पर बीते मंगलवार की रात राकेश नाम के व्यक्ति के नाबालिग बेटे और उसके दो दोस्तों पर धारदार हथियार से हमला हुआ था. घटना के बाद तीनों घायलों को अस्पताल में एडमिट कराया गया. पुलिस ने मामले में दो आरोपियों अल्ताफ और समीर को हिरासत में लिया था. घायलों ने दोनों पर आरोप लगाए थे कि सिर तन से जुदा करने के लिए उन पर हमला किया गया था, लेकिन पुलिस ने मामले में गहराई से जांच की तो पता चला कि घायलों ने अल्ताफ और समीर को झूठे केस में फंसाने के लिए झूठ बोला था.
रास्ते से गुजर रहे थे अल्ताफ और समीर
दरअसल घटना के समय अल्ताफ और समीर घटनास्थल के पास से गुजर रहे थे, लेकिन उन्होंने हमला नहीं किया था. बल्कि यह मामूली रोड रेज की घटना थी. जिसमें एक अन्य राकेश नाम का व्यक्ति और उसका साथी संजू शामिल थे. राकेश और संजू का उन तीन लड़कों के साथ रोड पर विवाद हो गया था. जिसके बाद आरोप है कि राकेश और संजू ने धारदार हथियार से घायलों पर हमला किया था. लेकिन अल्ताफ और समीर को फंसाने के लिए घायलों और उनके परिवार ने झूठी कहानी बना दी.
पुलिस ने घायलों के पक्ष से की पूछताछ
पुलिस ने इस मामले में घायलों के पक्ष से भी पूछताछ कर यह पता करने का प्रयास किया कि अल्ताफ और समीर को फंसाने की कोशिश क्यों की गई. वहीं, मामले में जिन दो असली आरोपियों के नाम लिए गए हैं उनको पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इसके अलावा पुलिस को पता चला कि अल्ताफ और समीर से घायलों के परिवार का पहले से ही झगड़ा चल रहा था,जिसके चलते उन्हें फंसाने के लिए घायल पक्ष ने आरोपियों के नाम गलत बताए थे. अल्ताफ और समीर को पुलिस ने थाने से रिहा कर दिया है, जबकि वादी पक्ष पर झूठी जानकारी देने का मामला दर्ज किया जा सकता है.
ये भी पढ़ें: डीयू इलाके में स्नैचिंग व झपटमारी करने वाले 2 आरोपी चढ़े पुलिस के हत्थे