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देश की राजधानी में 'अंधेरे' का ख़तरा गहराया, बिजली संकट के खतरे पर केजरीवाल ने लिखी पीएम को चिठ्ठी - electricity shortage in delhi

दिल्लीवासियों को बिजली के भारी संकट से जूझना पड़ सकता है. दिल्ली को बिजली मुहैया कराने वाले थर्मल प्लांट्स में कोयले की कमी हो गई है, जिसको लेकर केजरीवाल ने प्रधानमंत्री मोदी को चिट्ठी भी लिखी है.

arvind-kejriwal-wrote-letter-to-pm-modi-for-scarcity-of-coal-in-thermal-power-plant-providing-electricity-to-delhi
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Published : Oct 9, 2021, 3:19 PM IST

Updated : Oct 9, 2021, 6:41 PM IST

नई दिल्लीः दिल्ली अपनी बिजली आपूर्ति के लिए जिन पावर प्लांट पर निर्भर रहती है उनमें कोयले की कमी है जिसके बाद राजधानी में बिजली संकट पैदा हो सकता है. इसी को देखते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री मोदी को इस संबंध में चिट्ठी लिखी है. पीएम मोदी को लिखी चिट्ठी में अरविंद केजरीवाल ने लिखा है कि अगस्त और सितंबर के बाद यह लगातार तीसरा महीना है, जब बिजली उत्पादन पर असर पड़ रहा है.

केजरीवाल ने चिट्ठी में CIRC (केंद्रीय विद्युत विनियामक आयोग) द्वारा बनाए गए नियम का हवाला देते हुए कहा है कि प्लांट को 10 से 20 दिन का कोयला स्टॉक रखना होता है, लेकिन पांच पावर प्लांट के पास एक दिन से भी कम का कोयला बचा है, जिसका असर गैस स्टेशनों पर पड़ रहा है, गैस स्टेशनों पर दिल्ली को पॉवर सप्लाई करने की निर्भरता बढ़ गई है लेकिन दिल्ली के इन स्टेशनों पर पर्याप्त APM गैस नहीं है, जिससे इन्हें पूरी क्षमता के साथ चलाया जा सके. अगर ऐसे ही हालात बने रहे तो दिल्ली में भीषण बिजली संकट पैदा हो सकता है.

Shortage of coal in thermal plants providing electricity to Delhi
दिल्ली को बिजली मुहैया कराने वाले थर्मल प्लांट्स में कोयले की कमी

गौरतलब है कि दिल्ली बिजली आपूर्ति के लिए दिल्ली एनसीआर में बने कुल पांच कोल बेस्ड पावर स्टेशनों पर आश्रित है. इसमें एनटीपीसी दादरी, झज्जर और DVC में सिर्फ एक दिन का कोल स्टॉक बचा है. सिंगरौली में यह चार दिन का है तो वहीं मेजिया में कोल पूरी तरह खत्म हो चुका है. मांग की जा रही है कि आपूर्ति जल्दी हो ताकि दिल्लीवासियों को बिजली कटौती ना झेलनी पड़े.

अरविंद केजरीवाल ने अपनी चिट्ठी में ये मांगें रखी हैं-


1- दादरी और झज्जर पावर प्लांट को कोयले का भरपूर स्टॉक पहुंचाया जाए.

2- गैस से संचालित तीनों स्टेशनों बवाना, प्रगति 1 और GTPS को दिल्ली में पॉपर सप्लाई के लिये APM गैस दी जा सकती है. साथ ही पॉवर स्टेशनों में NAPM गैस पर्याप्त मात्रा में दी जाय.

3- अभी किसी भी स्लॉट में एक्सचेंज के जरिये बिजली बेचने का अधिकतम रेट 20 रुपये प्रति यूनिट है. वर्तमान बिजली संकट को देखते हुये पावर सप्लाई के रेट की कैपिंग की जाय, जिससे मुनाफाखोरी को कम किया जा सके.

कोयले की कमी की वजह से पैदा हुए बिजली संकट पर केंद्रीय कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि आयातित कोयले की कीमत एकदम से बढ़ जाने के कारण बड़ा असर पड़ा है. भारी बारिश और घरेलू कोयला उत्पादन पर दबाव के चलते समस्या पैदा हुई है. बावजूद इसके अकेले अक्टूबर महीने में सबसे ज्यादा कोयले का उत्पादन हुआ है. अगले 3-4 दिनों में हालात सामान्य हो जाएंगे. मुझे पता लगा है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री ने भी खत लिखा है. NTPC इसे संभालता है. मैं विस्तृत जानकारी के बाद बयान दूंगा.

नई दिल्लीः दिल्ली अपनी बिजली आपूर्ति के लिए जिन पावर प्लांट पर निर्भर रहती है उनमें कोयले की कमी है जिसके बाद राजधानी में बिजली संकट पैदा हो सकता है. इसी को देखते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री मोदी को इस संबंध में चिट्ठी लिखी है. पीएम मोदी को लिखी चिट्ठी में अरविंद केजरीवाल ने लिखा है कि अगस्त और सितंबर के बाद यह लगातार तीसरा महीना है, जब बिजली उत्पादन पर असर पड़ रहा है.

केजरीवाल ने चिट्ठी में CIRC (केंद्रीय विद्युत विनियामक आयोग) द्वारा बनाए गए नियम का हवाला देते हुए कहा है कि प्लांट को 10 से 20 दिन का कोयला स्टॉक रखना होता है, लेकिन पांच पावर प्लांट के पास एक दिन से भी कम का कोयला बचा है, जिसका असर गैस स्टेशनों पर पड़ रहा है, गैस स्टेशनों पर दिल्ली को पॉवर सप्लाई करने की निर्भरता बढ़ गई है लेकिन दिल्ली के इन स्टेशनों पर पर्याप्त APM गैस नहीं है, जिससे इन्हें पूरी क्षमता के साथ चलाया जा सके. अगर ऐसे ही हालात बने रहे तो दिल्ली में भीषण बिजली संकट पैदा हो सकता है.

Shortage of coal in thermal plants providing electricity to Delhi
दिल्ली को बिजली मुहैया कराने वाले थर्मल प्लांट्स में कोयले की कमी

गौरतलब है कि दिल्ली बिजली आपूर्ति के लिए दिल्ली एनसीआर में बने कुल पांच कोल बेस्ड पावर स्टेशनों पर आश्रित है. इसमें एनटीपीसी दादरी, झज्जर और DVC में सिर्फ एक दिन का कोल स्टॉक बचा है. सिंगरौली में यह चार दिन का है तो वहीं मेजिया में कोल पूरी तरह खत्म हो चुका है. मांग की जा रही है कि आपूर्ति जल्दी हो ताकि दिल्लीवासियों को बिजली कटौती ना झेलनी पड़े.

अरविंद केजरीवाल ने अपनी चिट्ठी में ये मांगें रखी हैं-


1- दादरी और झज्जर पावर प्लांट को कोयले का भरपूर स्टॉक पहुंचाया जाए.

2- गैस से संचालित तीनों स्टेशनों बवाना, प्रगति 1 और GTPS को दिल्ली में पॉपर सप्लाई के लिये APM गैस दी जा सकती है. साथ ही पॉवर स्टेशनों में NAPM गैस पर्याप्त मात्रा में दी जाय.

3- अभी किसी भी स्लॉट में एक्सचेंज के जरिये बिजली बेचने का अधिकतम रेट 20 रुपये प्रति यूनिट है. वर्तमान बिजली संकट को देखते हुये पावर सप्लाई के रेट की कैपिंग की जाय, जिससे मुनाफाखोरी को कम किया जा सके.

कोयले की कमी की वजह से पैदा हुए बिजली संकट पर केंद्रीय कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि आयातित कोयले की कीमत एकदम से बढ़ जाने के कारण बड़ा असर पड़ा है. भारी बारिश और घरेलू कोयला उत्पादन पर दबाव के चलते समस्या पैदा हुई है. बावजूद इसके अकेले अक्टूबर महीने में सबसे ज्यादा कोयले का उत्पादन हुआ है. अगले 3-4 दिनों में हालात सामान्य हो जाएंगे. मुझे पता लगा है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री ने भी खत लिखा है. NTPC इसे संभालता है. मैं विस्तृत जानकारी के बाद बयान दूंगा.

Last Updated : Oct 9, 2021, 6:41 PM IST
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