नई दिल्ली: कोरोना का संक्रमण राजधानी दिल्ली में लगातार बढ़ता जा रहा है. दिल्ली में कोरोना मामलों की संख्या 87,000 तक पहुंच गए हैं. हालांकि सरकार अब इसका असर कम होने की बात कह रही है.
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को सोशल मीडिया पर विशेषज्ञों की टिप्पणी का हवाला देते हुए कहा कि उनकी मानें तो दिल्ली में कोरोना का पीक आकर जा चुका है. हालांकि उन्होंने दिल्ली वालों से अपील की कि वे इस पर टिप्पणी पर ध्यान ना दें. संक्रमण से बचने के लिए मास्क पहनते रहे, हाथों को साफ करते रहें और सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखें. हम अच्छे की उम्मीद करेंगे लेकिन तैयारी हम सबसे खतरनाक स्थिति की करेंगे.
कोरोना की स्थिति का लेखा-जोखा
अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को कोरोना के मामले में एक तरह से लेखा-जोखा पेश किया. अभी तक की स्थिति को उन्होंने सिलसिलेवार तरीके से बताया. उन्होंने कहा कि जब लॉकडाउन खोला था तब उम्मीद थी कि केस बढ़ेंगे. लेकिन इतनी तेजी से बढ़ेंगे, इसकी उम्मीद नहीं थी.
केंद्र की प्रोजेक्शन का हवाला
केजरीवाल ने कहा कि केंद्र सरकार की एक वेबसाइट है, जो बताती है कि आने वाले समय में क्या प्रोजेक्शन होंगे. उसके मुताबिक 30 जून तक दिल्ली में कोरोना के एक लाख मामले पहुंचने थे. उनमें से 60 हज़ार कोरोना के एक्टिव केस होने का अनुमान किया गया था. इसके लिए 15000 बेड की जरूरत बताई गई थी. यानि की स्थिति गंभीर बताई गई थी.
दिल्ली सरकार ने की डबल कोशिश
केजरीवाल बोले दिल्ली सरकार ने ऐसे में हाथ पर हाथ धरकर नहीं बैठी. अपनी मेहनत दोगुनी कर दी. सब से मदद मांगी. सारे सरकारी अस्पतालों को ठीक किया. सारे होटल वालों से मिले. बहुत सारी समाजसेवी संस्थाएं, केंद्र सरकार, एनजीओ सबसे मदद मांगी. जहां मदद नहीं मिली वहां उनके पैर पकड़े.
रंग लाई मेहनत
केजरीवाल ने कहा कि आज मुझे यह कहते हुए खुशी हो रही है कि पिछले एक महीने में सभी लोगों की मेहनत से जो भयावह स्थिति थी वह नजर नहीं आई. प्रोजेक्शन के अनुसार 60 हजार सक्रिय मामले होने का बात कही गई थी. आज लगभग 26 हजार सक्रिय केस हैं. यह सारे दिल्ली वालों की मेहनत का नतीजा है. डॉक्टर और नर्स की मेहनत का नतीजा है. हमने फिलहाल स्थिति को कंट्रोल कर लिया है. अनुमान के मुताबिक 15,000 बेड की जरूरत पड़ती है आज 15,000 बेड के इंतजाम कर लिए हैं. लेकिन केवल 5800 मरीजों को बेड की जरूरत हैं. दिल्ली में दिन प्रतिदिन ठीक होने वाले मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है.
स्थिति कंट्रोल में आ गई
दिल्ली में कोरोना की वजह से मौत भी कम हो रही है. पहले एक दिन में 125 मौत हो गई थी लेकिन अब 60-65 के आसपास हो रही है. यह सारी चीजें दिखाती है की स्थिति काफी कंट्रोल में आ गई है. क्या हम सब लोगों की मेहनत का नतीजा है. मिले-जुले प्रयास का नतीजा है. लेकिन इससे खुश होकर हमें नहीं बैठना है. यह वायरस ऐसा है कि इसके बारे में यह नहीं पता कि कल क्या कर सकता? परसों क्या कर सकता है? कल को फिर से केस बढ़ जाए. हमें अपनी तरफ से सरकार की तरफ से पूरी कोशिश जारी रखनी है और हमें इसका मुकाबला करना है.
बता दें कि दिल्ली में इन दिनों जो टेस्ट हो रहे हैं पिछले एक सप्ताह के आंकड़ों पर गौर करें तो एक दिन में संक्रमित लोगों की संख्या चार हजार के करीब पहुंच गई थी और अब यह 2200 के करीब है.