नई दिल्ली: उत्तरी जिला पुलिस द्वारा स्कूली छात्रों को परेशान करने वाले IIT छात्र महावीर ने रिमांड के दौरान कई महत्वपूर्ण खुलासे किए हैं. आरोपी ने पुलिस को बताया कि वह कोई अपराधी नहीं है. वह केवल शिक्षकों एवं छात्राओं को परेशान कर आनंद ले रहा था. उसे विश्वास था कि पुलिस उस तक नहीं पहुंच पाएगी, क्योंकि यह काम करते समय उसने काफी सावधानियां बरती थीं, लेकिन पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.
जानकारी के अनुसार, सिविल लाइन्स स्थित एक निजी स्कूल की 50 से ज्यादा छात्राओं और शिक्षकों को एक शख्स परेशान कर रहा था. कभी वह फेसबुक पर उनकी तस्वीर का इस्तेमाल कर फेक प्रोफाइल बनाता तो कभी उनके चेहरे का इस्तेमाल कर अश्लील फोटो तैयार करता था. यहां तक कि वह कई लड़कियों से दोस्ती कर स्कूल की ऑनलाइन क्लास के ग्रुप में भी शामिल हो गया था. स्कूल की शिकायत पर बीते अगस्त माह में सिविल लाइन पुलिस ने मामला दर्ज किया था. उत्तरी जिला साइबर सेल ने बीते सप्ताह बिहार से 19 वर्षीय महावीर को गिरफ्तार किया था.
ये भी पढ़े- बिहार का नालंदा बना साइबर ठगों का नया अड्डा, जानिए बचाव का कारगर तरीका
पुलिस टीम ने जेल से उसे दो दिन की रिमांड पर लाकर पूछताछ की है. आरोपी ने पुलिस को बताया कि वह IIT की तैयारी के लिए कोटा में रहता था. उसका चयन IIT खड़गपुर में हो गया था. अभी ऑनलाइन क्लास चल रही है, इसलिए वह बिहार स्थित अपने घर से ही क्लास ले रहा था. उसे कम्प्यूटर एवं इंटरनेट से संबंधित अच्छी जानकारी है. इसलिए उसने सोचा कि क्यों न इस ज्ञान का इस्तेमाल मजे लेने के लिए किया जाए.
उसने सिविल लाइन्स स्थित स्कूल की एक छात्रा का मोबाइल नंबर फेसबुक से निकाला और उससे दोस्ती कर ली. इसके बाद वह स्कूल की छात्राओं की तस्वीर का इस्तेमाल कर कई लड़कियों से दोस्ती करने लगा. इतना ही नहीं कुछ शिक्षकों की भी फेक प्रोफाइल बनाकर उसने लड़कियों से दोस्ती की.
ये भी पढ़े- Cyber Crime में गाजियाबाद टॉप पर, कहीं आप न हो जाएं शिकार
पुलिस को आरोपी ने बताया कि उसे छात्राओं से चैट करना अच्छा लगता था. इसलिए वह कभी छात्रा तो कभी शिक्षिका बनकर उनसे चैट करता था. अगर कोई चैट से इनकार करे तो वह उनके पुराने चैट को स्कूल में वायरल करने की धमकी देता था. छात्राओं को ब्लैकमेल करने में उसे मजा आने लगा था.
इस वजह से वह लगातार अलग-अलग छात्राओं से दोस्ती कर उन्हें परेशान करता था. इनमें से कुछ लड़कियों से वह आवाज बदलने वाला सॉफ्टवेयर इस्तेमाल कर लड़की की आवाज में बातचीत भी करता था. शिक्षिका बनकर वह छात्राओं से अश्लील बातें करता था जिससे छात्राएं भी हैरान हो जाती थीं.
ये भी पढ़े- कोरोना काल में 63% बढ़ा साइबर क्राइम, रोकने के लिए पुलिसकर्मियों को दी गई ट्रेनिंग
आरोपी ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि उसे यह नहीं पता था कि वह साइबर अपराध कर रहा है. उसे यह भी अंदाजा नहीं था कि स्कूल ने इस मामले की शिकायत की है और पुलिस उसे तलाश रही है. वह केवल अपने ज्ञान का इस्तेमाल मजे के लिए कर रहा था. उसने यह सोचा ही नहीं था कि पुलिस उस तक पहुंचेगी क्योंकि वह एक साइबर एक्सपर्ट की तरह सभी सावधानियां बरत रहा था. पूछताछ के बाद पुलिस ने उसे अदालत के समक्ष पेश किया जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.