नई दिल्ली: स्वामी विवेकानंद की 158 वी जयंती के मौके पर जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में विवेकानंद मेमोरियल लेक्चर का आयोजन किया गया. जिसमें डिजिटल माध्यम से राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने छात्रों को संबोधित किया.
जेएनयू के छात्रों को किया संबोधित
इस दौरान राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने कहा कि आज उन्हें बेहद खुशी हो रही है कि वह एक ऐसे संस्थान के छात्रों को संबोधित कर रहे हैं, जिस संस्थान में शिक्षा क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. उन्होंने कहा कि कई बड़े नाम हैं, जो हमें जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी से मिले हैं. केंद्रीय विदेश मंत्री डॉक्टर सुब्रमण्यम जयशंकर और केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, जो जेएनयू के एलुमनाई है.
विवेकानंद के विचारों से छात्रों को कराया अवगत
उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद की 158 वीं जयंती के मौके पर पहले स्वामी विवेकानंद यूथ फेस्टिवल के मेमोरियल लेक्चर में छात्रों को संबोधित करने का मौका मिल रहा है, उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद के विचारों और उनके द्वारा दिखाए गए रास्ते पर हर एक छात्र को चलना चाहिए. उन्होंने लोगों में एक आत्मविश्वास जगाया, जब लोग अपना रास्ता भटक चुके थे तो उन्होंने उन्हें रास्ता दिखाया और उनके अंदर बड़े बदलाव को जन्म दिया.
1893 के शिकागो सम्मेलन का किया जिक्र
अजीत डोभाल ने कहा कि स्वामी विवेकानंद हिंदू धर्म के महान प्रचारक थे उन्होंने न केवल देश में बल्कि विदेश में हिंदुत्व को लेकर लोगों में एक अलग विश्वास जगाया, उन्होंने सन 1893 का जिक्र करते हुए कहा की 1893 में शिकागो में एक सम्मेलन में स्वामी विवेकानंद शामिल हुए थे, जहां उन्होंने दुनिया के सामने हिंदुत्व को लेकर अपने विचारों को रखा. जिसके बाद पूरी दुनिया में एक नया नजरिया हिंदुत्व को लेकर देखने को मिला.
हर साल आयोजित होगा विवेकानंद यूथ फेस्टिवल
इसके साथ ही सम्मेलन में विश्वविद्यालय के कुलपति एवं जगदीश भी शामिल हुए. जिन्होंने बताया कि 12 नवंबर 2020 को प्रधानमंत्री द्वारा स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा का अनावरण किया गया. जिसके बाद यह पहला विवेकानंद यूथ फेस्टिवल है जो 6 जनवरी से 12 जनवरी तक आयोजित किया गया. और आज पहला विवेकानंद मेमोरियल लेक्चर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने दिया. उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी हर साल विवेकानंद की जयंती पर यह यूथ फेस्टिवल आयोजित करेगी. जिससे कि युवाओं को स्वामी विवेकानंद के विचारों को जाने का मौका मिले.
JNU: अजीत डोभाल यूथ फेस्टिवल में बोले, विवेकानंद ने हिंदुत्व को विदेश में भी दिलाई पहचान - JNU में स्वामी विवेकानंद की 158 वी जयंती
दिल्ली में स्वामी विवेकानंद की 158 वी जयंती के मौके पर जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में विवेकानंद मेमोरियल लेक्चर का आयोजन किया गया. जिसमें डिजिटल माध्यम से राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने छात्रों को संबोधित किया.
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नई दिल्ली: स्वामी विवेकानंद की 158 वी जयंती के मौके पर जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में विवेकानंद मेमोरियल लेक्चर का आयोजन किया गया. जिसमें डिजिटल माध्यम से राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने छात्रों को संबोधित किया.
जेएनयू के छात्रों को किया संबोधित
इस दौरान राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने कहा कि आज उन्हें बेहद खुशी हो रही है कि वह एक ऐसे संस्थान के छात्रों को संबोधित कर रहे हैं, जिस संस्थान में शिक्षा क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. उन्होंने कहा कि कई बड़े नाम हैं, जो हमें जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी से मिले हैं. केंद्रीय विदेश मंत्री डॉक्टर सुब्रमण्यम जयशंकर और केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, जो जेएनयू के एलुमनाई है.
विवेकानंद के विचारों से छात्रों को कराया अवगत
उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद की 158 वीं जयंती के मौके पर पहले स्वामी विवेकानंद यूथ फेस्टिवल के मेमोरियल लेक्चर में छात्रों को संबोधित करने का मौका मिल रहा है, उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद के विचारों और उनके द्वारा दिखाए गए रास्ते पर हर एक छात्र को चलना चाहिए. उन्होंने लोगों में एक आत्मविश्वास जगाया, जब लोग अपना रास्ता भटक चुके थे तो उन्होंने उन्हें रास्ता दिखाया और उनके अंदर बड़े बदलाव को जन्म दिया.
1893 के शिकागो सम्मेलन का किया जिक्र
अजीत डोभाल ने कहा कि स्वामी विवेकानंद हिंदू धर्म के महान प्रचारक थे उन्होंने न केवल देश में बल्कि विदेश में हिंदुत्व को लेकर लोगों में एक अलग विश्वास जगाया, उन्होंने सन 1893 का जिक्र करते हुए कहा की 1893 में शिकागो में एक सम्मेलन में स्वामी विवेकानंद शामिल हुए थे, जहां उन्होंने दुनिया के सामने हिंदुत्व को लेकर अपने विचारों को रखा. जिसके बाद पूरी दुनिया में एक नया नजरिया हिंदुत्व को लेकर देखने को मिला.
हर साल आयोजित होगा विवेकानंद यूथ फेस्टिवल
इसके साथ ही सम्मेलन में विश्वविद्यालय के कुलपति एवं जगदीश भी शामिल हुए. जिन्होंने बताया कि 12 नवंबर 2020 को प्रधानमंत्री द्वारा स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा का अनावरण किया गया. जिसके बाद यह पहला विवेकानंद यूथ फेस्टिवल है जो 6 जनवरी से 12 जनवरी तक आयोजित किया गया. और आज पहला विवेकानंद मेमोरियल लेक्चर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने दिया. उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी हर साल विवेकानंद की जयंती पर यह यूथ फेस्टिवल आयोजित करेगी. जिससे कि युवाओं को स्वामी विवेकानंद के विचारों को जाने का मौका मिले.