नई दिल्ली: पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश में पराली जलाने और एनसीआर में वाहनों से निकलने वाले धुएं एवं अन्य कारणों से दिल्ली में प्रदूषण पिछले 4 दिनों से खराब श्रेणी में बना हुआ है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़े देखें तो रविवार सुबह दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स 238 दर्ज किया गया. प्रदूषण खराब श्रेणी में होने के कारण ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रैप) के प्रथम चरण की पाबंदियां लागू रहेंगी.
गंभीर श्रेणी में मुंडका में प्रदूषण, सबसे प्रदूषित इलाका बना:
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की वेबसाइट देखें तो दिल्ली का मुंडका इलाका सबसे ज्यादा प्रदूषित है. रविवार सुबह यहां का एयर क्वालिटी इंडेक्स 411 दर्ज किया गया. यहां पर बीते सप्ताह दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने प्रदूषण बढ़ने के कर्म का जायजा लेने के लिए निरीक्षण किया था. संबंधित विभागों को प्रदूषण नियंत्रण करने के लिए दिशा निर्देश भी दिए थे इसके बावजूद भी यहां पर प्रदूषण कम नहीं हो रहा है.
चार इलाकों में प्रदूषण खराब श्रेणी में:
दिल्ली में चार इलाके ऐसे हैं, जहां पर एयर क्वालिटी इंडेक्स 300 से अधिक है. एनएसआईटी द्वारका का एयर क्वालिटी इंडेक्स 318, नेहरू नगर का 310, वजीरपुर का 324 और आनंद विहार का 345 दर्ज किया गया. यह सभी इलाके दिल्ली के हॉटस्पॉट हैं, जहां पर निगरानी के लिए विशेष टीम गठित की गई है लेकिन प्रदूषण के स्तर में गिरावट नहीं आ रही है.
दिल्ली में 19 स्थान पर हवा की गुणवत्ता खराब:
दिल्ली में कुल 37 स्थान पर एयर क्वालिटी इंडेक्स नापा जाता है. रविवार सुबह दिल्ली के 19 स्थान पर एयर क्वालिटी इंडेक्स 200 से 300 के बीच खराब श्रेणी में रहा. इन इलाकों में अलीपुर, शादीपुर, डीटीयू, आईटीओ, आरके पुरम, पंजाबी बाग, नॉर्थ केंपस दिल्ली यूनिवर्सिटी, द्वारका सेक्टर 8, पटपड़गंज, सोनिया विहार, जहांगीरपुरी, रोहिणी, विवेक विहार, मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम, नरेला, ओखला फेस 2, दिलशाद गार्डन, बुराडी और न्यू मोती बाग इलाके शामिल है.
ग्रैप का पहला चरण : (एक्यूआई 201 से 300 तक)
पाबंदियां:
- 10 साल से अधिक पुराने डीजल व 15 साल से अधिक पुराने पेट्रोल वाहनों के चलाने पर रोक रहेगी. इसके खिलाफ चेकिंग अभियान चलाया जाएगा.
- कूड़ा जलाने (बायोमास बर्निंग) पर प्रतिबंध है, अभियान चलाकर कार्रवाई की जाएगी.
- होटलों, ढाबों में कोयले और लकड़ी के उपयोग पर प्रतिबंध है, उल्लंघन करने पर जुर्माना लगेगा.
पहले चरण में लोगों से अपील:
- वाहनों के इंजन की ट्यूनिंग करवाएं, टायर का प्रेशर ठीक रखें और पीयूसी सर्टिफिकेट अवश्य बनवाएं.
- इलेक्ट्रिक और हाईब्रीड वाहन का ज्यादा प्रयोग करें, लाल बत्ती होने पर वाहन को बंद कर दें.
- कूड़ा न जलाएं और खुले में कूड़ा न फेकें, 311 एप, ग्रीन दिल्ली एप व समीर एप पर प्रदूषण से जुड़ी शिकायत करें.
15 सितंबर से 13 अक्टूबर तक किस राज्य में कितनी जलाई गई पराली:
पंजाब- 1230
हरियाणा- 374
उत्तर प्रदेश- 259
दिल्ली- 02
राजस्थान- 174
मध्य प्रदेश- 232
पटाखों की रोकथाम पर कार्रवाई की डीपीसीसी को रिपोर्ट देगी पुलिस :
दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) के अनुरोध पर दिल्ली पुलिस की लाइसेंस यूनिट के संयुक्त आयुक्त भोला शंकर जयसवाल ने दिल्ली के सभी जिले के डीसीपी को नोटिस जारी किया है, जिसमें उन्होंने पटाखों के निर्माण, भंडारण, बिक्री और पटाखे जलाने पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने को कहा है. निर्देश का उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया जाएगा. पटाखों की रोकथाम के लिए की जाने वाली कार्रवाई की रिपोर्ट हर दिन पुलिस आयुक्त संजय अरुणा को भेज जाएगी. 16 अक्टूबर से हर दिन नियमित रुप से संबंध होने वाली कार्रवाई एनजीटी और दिपीसीसी को मेल के जरिए अवगत कराएंगे. थाने के स्तर पर थानाध्यक्ष कार्रवाई के लिए विशेष टीम बनाएंगे. इसके साथ आरडब्ल्यूए, मार्केट एसोसिएशन व गैर सरकारी संगठन के साथ मिलकर लोगों को जागरुक भी करेंगे.
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