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एम्स की बेहतरी के लिए अब सप्ताह के सातों दिन मिलेंगे निदेशक, होगी चाय पर चर्चा

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Published : Jan 2, 2023, 5:34 PM IST

दिल्ली एम्स में काम कर रहे डॉक्टर, कर्मचारी और पढ़ रहे छात्र व अन्य रोज सुबह आठ से नौ बजे के बीच अपनी समस्या निदेशक के साथ साझा कर सकते हैं. एम्स निदेशक ने आदेश जारी कर ओपन मीटिंग (Open Meeting Circular In AIIMS) करने का फैसला किया है, जिसमें कोई भी समय लेकर अपनी बात रख सकता है.

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निदेशक प्रो. श्रीनिवास

नई दिल्ली : गत वर्ष देश के सबसे बड़े अस्पताल एम्स (AIIMS Hospital In Delhi) में हुए साइबर अटैक के बाद अफरातफरी की स्थिति रही. अब एम्स में सब व्यवस्थित करने के मकसद से निदेशक प्रत्येक सप्ताह अलग-अलग विभागों के प्रमुखों से मिलेंगे और एम्स की बेहतरी के लिए विचार साझा करेंगे. इस मुलाकात के लिए प्रत्येक दिन सुबह 8 बजे से लेकर 9 बजे तक एक घंटे का ओपन मीटिंग टाइम (Open Meeting Time In AIIMS) तय किया गया है. इसकी शुरुआत सोमवार से हो गई है. इस दौरान रिसर्च, एकेडमिक, गुड गवर्नेंस और पेशेंट केयर सुविधाओं को बढ़ाने के लिए चाय पर चर्चा की गई.

एम्स में हुई नियुक्ति के बाद से अब तक अस्पताल के स्टाफ और फैकल्टी से दूर रहने वाले निदेशक प्रो. श्रीनिवास (Director Prof. Srinivas) अब सप्ताह के सात दिन अलग-अलग स्टाफ के प्रतिनिधिमंडलों से मिलेंगे. इस दौरान उनकी समस्या सुनने उनका संभावित समाधान के साथ-साथ एम्स के प्रगति में उनकी सहभागिता सुनिश्चित करेंगे. इस दौरान एम्स में पढ़ाई कर रहे छात्र, स्टाफ और फैकल्टी सदस्य निदेशक से मिल सकेंगे.

इस टाइम स्लॉट का एम्स की प्रगति के लिए नये विचारों औस सुझावों के आदान-प्रदान के लिए उपयोग किया जाएगा. रिसर्च, एकेडमिक, गुड गवर्नेंस और पेशेंट केयर सुविधाओं को बढ़ाने के लिए चाय पर चर्चा होगी. इस संबंध में एम्स निदेशक द्वारा जारी सर्कुलर में स्पष्ट किया है कि इस समय का सदुपयोग संरचनात्मक कार्यों के लिए किया जाएगा. इस मीटिंग के दौरान कोई भी व्यक्तिगत समस्या या सैलरी या सविधाओं से जुड़ी दूसरी समस्या की चर्चा नहीं की जाएगी.

बता दें, पिछले दिनों एम्स दिल्ली में पारदर्शिता (Transparency in AIIMS Delhi) को लेकर निदेशक प्रो. एम श्रीनिवास ने भ्रष्टाचार के लिए सबसे उपयुक्त विभाग माने जाने वाले प्रोक्योरमेंट और स्टोर डिपार्टमेंट के काम में अब फैकल्टी को भी लगाने के आदेश दिए थे. छात्रों को पढ़ाने और मरीजों का इलाज करने के अलावा फैकल्टी अब प्रक्योरमेंट और स्टोर डिपार्टमेंट की कार्यप्रणालियों पर भी नजर रखेंगे.

इस संबंध में प्रो. श्रीनिवास ने एक सर्कुलर भी जारी किया था, जिसमें उन्होंने कहा कि एम्स दिल्ली के फैकल्टी को प्रोक्योरमेंट और स्टोर डिपार्टमेंट की अतिरिक्त जिम्मेदारी देने की बात कही है. उनका मानना है कि इससे इस विभाग पर काम का भार कम होगा और भ्रष्टाचार पर भी लगाम लग सकेगा. साथ ही फैकल्टी को प्रशासनिक अनुभव भी होगा, जिसका उन्हें डीएमएस, एमएस और एमएस जैसे पदों पर एम्स के अलावा दूसरे अस्पतालों में भी आवेदन करने का लाभ प्राप्त होगा.

एम्स के निदेशक प्रो.एम श्रीनिवास से मिलने वाले विभाग के लोगों का साप्ताहिक शेड्यूल :

  • रविवार- एमबीबीएस और पीएचडी के छात्र
  • सोमवार- फैकल्टी
  • मंगलवार- नर्सिंग स्टाफ
  • बुधवार - अलाइड हेल्थ प्रोफेशनल
  • गुरुवार - आउटोसर्स स्टाफ
  • शुक्रवार - बाकी बचे स्टाफ
  • शनिवार - पोस्ट ग्रेजुएट स्टूडेंट्स एवं सीनियर रेजीडेंट डॉक्टर

ये भी पढ़ें : पारदर्शिता परफॉर्मेंस के लिये एम्स में नई पहल, हर मरीज पर होने वाले खर्चों का रखा जाएगा हिसाब

नई दिल्ली : गत वर्ष देश के सबसे बड़े अस्पताल एम्स (AIIMS Hospital In Delhi) में हुए साइबर अटैक के बाद अफरातफरी की स्थिति रही. अब एम्स में सब व्यवस्थित करने के मकसद से निदेशक प्रत्येक सप्ताह अलग-अलग विभागों के प्रमुखों से मिलेंगे और एम्स की बेहतरी के लिए विचार साझा करेंगे. इस मुलाकात के लिए प्रत्येक दिन सुबह 8 बजे से लेकर 9 बजे तक एक घंटे का ओपन मीटिंग टाइम (Open Meeting Time In AIIMS) तय किया गया है. इसकी शुरुआत सोमवार से हो गई है. इस दौरान रिसर्च, एकेडमिक, गुड गवर्नेंस और पेशेंट केयर सुविधाओं को बढ़ाने के लिए चाय पर चर्चा की गई.

एम्स में हुई नियुक्ति के बाद से अब तक अस्पताल के स्टाफ और फैकल्टी से दूर रहने वाले निदेशक प्रो. श्रीनिवास (Director Prof. Srinivas) अब सप्ताह के सात दिन अलग-अलग स्टाफ के प्रतिनिधिमंडलों से मिलेंगे. इस दौरान उनकी समस्या सुनने उनका संभावित समाधान के साथ-साथ एम्स के प्रगति में उनकी सहभागिता सुनिश्चित करेंगे. इस दौरान एम्स में पढ़ाई कर रहे छात्र, स्टाफ और फैकल्टी सदस्य निदेशक से मिल सकेंगे.

इस टाइम स्लॉट का एम्स की प्रगति के लिए नये विचारों औस सुझावों के आदान-प्रदान के लिए उपयोग किया जाएगा. रिसर्च, एकेडमिक, गुड गवर्नेंस और पेशेंट केयर सुविधाओं को बढ़ाने के लिए चाय पर चर्चा होगी. इस संबंध में एम्स निदेशक द्वारा जारी सर्कुलर में स्पष्ट किया है कि इस समय का सदुपयोग संरचनात्मक कार्यों के लिए किया जाएगा. इस मीटिंग के दौरान कोई भी व्यक्तिगत समस्या या सैलरी या सविधाओं से जुड़ी दूसरी समस्या की चर्चा नहीं की जाएगी.

बता दें, पिछले दिनों एम्स दिल्ली में पारदर्शिता (Transparency in AIIMS Delhi) को लेकर निदेशक प्रो. एम श्रीनिवास ने भ्रष्टाचार के लिए सबसे उपयुक्त विभाग माने जाने वाले प्रोक्योरमेंट और स्टोर डिपार्टमेंट के काम में अब फैकल्टी को भी लगाने के आदेश दिए थे. छात्रों को पढ़ाने और मरीजों का इलाज करने के अलावा फैकल्टी अब प्रक्योरमेंट और स्टोर डिपार्टमेंट की कार्यप्रणालियों पर भी नजर रखेंगे.

इस संबंध में प्रो. श्रीनिवास ने एक सर्कुलर भी जारी किया था, जिसमें उन्होंने कहा कि एम्स दिल्ली के फैकल्टी को प्रोक्योरमेंट और स्टोर डिपार्टमेंट की अतिरिक्त जिम्मेदारी देने की बात कही है. उनका मानना है कि इससे इस विभाग पर काम का भार कम होगा और भ्रष्टाचार पर भी लगाम लग सकेगा. साथ ही फैकल्टी को प्रशासनिक अनुभव भी होगा, जिसका उन्हें डीएमएस, एमएस और एमएस जैसे पदों पर एम्स के अलावा दूसरे अस्पतालों में भी आवेदन करने का लाभ प्राप्त होगा.

एम्स के निदेशक प्रो.एम श्रीनिवास से मिलने वाले विभाग के लोगों का साप्ताहिक शेड्यूल :

  • रविवार- एमबीबीएस और पीएचडी के छात्र
  • सोमवार- फैकल्टी
  • मंगलवार- नर्सिंग स्टाफ
  • बुधवार - अलाइड हेल्थ प्रोफेशनल
  • गुरुवार - आउटोसर्स स्टाफ
  • शुक्रवार - बाकी बचे स्टाफ
  • शनिवार - पोस्ट ग्रेजुएट स्टूडेंट्स एवं सीनियर रेजीडेंट डॉक्टर

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