नई दिल्ली: आम बजट में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) को छोड़कर केंद्र सरकार ने दिल्ली के चार अस्पतालों के बजट में इजाफा किया गया है. जबकि एम्स के बजट में कटौती की गई है. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की तरफ से संसद में प्रस्तुत बजट भाषण के बाद जब पूरा बजट सार्वजनिक किया गया तो उसमें वित्त वर्ष 2023-24 के बजट में केंद्र ने एम्स को पिछले साल की तुलना में 55.33 करोड़ रुपये कम राशि आवंटित किए जाने का जिक्र है. गत वर्ष एम्स को 4190 करोड़ रुपये बजट दिया गया था, जो इस बार घटकर 4134. 67 करोड़ रुपये हो गया है. इसके अलावा बाकी अस्पतालों का बजट बढ़ाया गया है.
स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ आजाद कुमार कहते हैं कि स्वास्थ्य क्षेत्र में अधिक बजट का आवंटन होने से ही वहां पर इंफ्रास्ट्रक्चर और मेडिकल केयर में इजाफा हो सकेगा. एम्स का इस साल बजट कम जरूर हुआ है लेकिन अभी भी बाकी चारों अस्पतालों को मिलाकर भी एम्स का ही बजट ज्यादा है.
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एम्स को छोड़ केंद्र सरकार के बाकी सभी अस्पतालों को मिलाकर 4062. 20 करोड़ का बजट है. जबकि एम्स को अकेले 4134. 67 करोड़ दिए गए हैं. राम मनोहर लोहिया अस्पताल के बजट में 176. 38 करोड़ का इजाफा हुआ है. पिछले साल इस अस्पताल का बजट 1095.80 करोड़ था. दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल का 138.34 करोड़ इजाफा किया गया है. पिछले साल का बजट 1715 करोड़ था. लेडी हार्डिंग अस्पताल के बजट में 58.15 करोड़ बढ़ाया गया है. बच्चों के लिए विशेष कलावती सरण अस्पताल के बजट में 19.09 करोड़ का इजाफा हुआ है, पिछले साल यह 149.44 करोड था.
बता दें कि कोरोना महामारी के बाद से स्वास्थ्य क्षेत्र और खासकर अस्पतालों में सुविधाएं बेहतर बनाने को लेकर लगातार काम हो रहे हैं. केंद्र के इन सभी अस्पतालों में भी गत दो वर्षों के दौरान सुविधाओं का विकास हुआ है और आगे भी होता रहे इस वजह से इस बार बजट में बढ़ोतरी की गई है.
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