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कैंपस सेलेक्शन की तरह होगा एडमिशन: मनीष सिसोदिया

दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने डीएसईयू(DESU) के जरिए आयोजित एक वेबीनार में कहा कि देश के इतिहास में यह पहली बार होगा कि जब एक यूनिवर्सिटी एडमिशन(University Admission) देने के लिए छात्रों के पास खुद जाएगी.

Admission through Aptitude Test in Delhi Skill and Entrepreneur University
मनीष सिसोदिया
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Published : Jun 12, 2021, 4:40 AM IST

नई दिल्ली: दिल्ली स्किल एंड एंटरप्रेन्योर यूनिवर्सिटी ( डीएसईयू )(Delhi Skill and Entrepreneur University) में अब दाखिले के लिए यूनिवर्सिटी छात्रों के पास जाएगी. यूनिवर्सिटी पहले सत्र में 6000 छात्रों को दाखिला देगी. दाखिले के लिए छात्रों को नंबर की रेस में नहीं भागना होगा, बल्कि एप्टीट्यूड टेस्ट(aptitude test) के द्वारा दाखिला मिलेगा. यह जानकारी डीएसईयू(DESU) के जरिए आयोजित एक वेबीनार में दी गई.

बता दें कि इस वेबीनार में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया(Delhi Education Minister Manish Sisodia), विधायक आतिशी(MLA Atishi), डीएसईयू की कुलपति निहारिका वोहरा(DSEU Vice Chancellor Niharika Vohra) सहित दिल्ली के सरकारी स्कूलों के प्रिंसिपल शामिल थे.


एप्टिट्यूड टेस्ट से मिलेगा एडमिशन

दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया(Delhi Education Minister Manish Sisodia) ने कहा कि देश के इतिहास में यह पहली बार होगा कि जब एक यूनिवर्सिटी एडमिशन देने के लिए छात्रों के पास खुद जाएगी. उन्होंने कहा कि डीएसईयू दिसंबर-जनवरी के महीने में स्कूलों में जाकर वहां एक एप्टीट्यूड टेस्ट लेगी और उसके आधार पर छात्रों को दाखिला मिल जाएगा

साथ ही कहा कि इस यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेने के लिए छात्रों को मार्क्स की दौड़ में नहीं भागना होगा. कैंपस सेलेक्शन की तरह कैंपस एडमिशन होगा. इसके अलावा उन्होंने कहा कि बच्चों को एडमिशन के लिए परीक्षा में मार्क्स का इंतजार नहीं करना होगा.

इस सत्र में होगा छह हजार बच्चों का एडमिशन

शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि शैक्षणिक सत्र 2021-22 में डीएसईयू में 6000 बच्चों को एडमिशन किया जाएगा. इनमें 4500 बच्चों को डिप्लोमा और 1500 बच्चों को डिग्री कोर्स में दाखिला दिया जाएगा.

उन्होंने कहा कि वोकेशनल स्ट्रीम में पढ़ाई करने वाले छात्रों को डीयू में दाखिला नहीं मिल पाता है. ऐसे बच्चों के मन में हमेशा यह सवाल होता है कि वोकेशनल की पढ़ाई करके हम कहां जाएं, यह विश्वविद्यालय उन छात्रों के सवालों का जवाब है.

ये भी पढ़ें:-जीएसटीए ने की मांग, अतिथि शिक्षकों को आर्थिक सहायता दे दिल्ली सरकार

वहीं शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि अगर इस विश्वविद्यालय में छात्र ने 3 साल की डिग्री कोर्स के लिए एडमिशन लिया है. मगर वह एक या दो साल बाद कुछ और करना चाहता है, तो उसे उतने समय का सर्टिफिकेट या डिप्लोमा भी दिया जाएगा.

ये भी पढ़ें:-CBSE की 12वीं परीक्षा रद्द: शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने छात्रों के हित में बताया फैसला

साथ ही छात्र को उनके पूरे कोर्स के दौरान 50 परसेंट समय में इंटर्नशिप के तौर पर इंडस्ट्री के साथ काम करना होगा ताकि छात्र को ज्यादा से ज्यादा प्रैक्टिकल नॉलेज मिल सके.बता दें कि डीएसईयू(DESU) में 12 जॉब ओरिएंटेड बैचलर प्रोग्राम शामिल किए गए हैं. इसमें भी बीए डिजिटल मीडिया, बीए बिजनेस मैनेजमेंट,बीए डाटा एनालिटिक्स, बीए एसथेटिक्स एंड ब्यूटी जैसे कोर्स शामिल है. इसके अलावा इंडस्ट्री पार्टनर के तौर पर एचडीएफसी बैंक, टाटा कंसल्टेंसी, टेक महिंद्रा और हीरो जैसी कंपनियां जुड़ी हुई है.

नई दिल्ली: दिल्ली स्किल एंड एंटरप्रेन्योर यूनिवर्सिटी ( डीएसईयू )(Delhi Skill and Entrepreneur University) में अब दाखिले के लिए यूनिवर्सिटी छात्रों के पास जाएगी. यूनिवर्सिटी पहले सत्र में 6000 छात्रों को दाखिला देगी. दाखिले के लिए छात्रों को नंबर की रेस में नहीं भागना होगा, बल्कि एप्टीट्यूड टेस्ट(aptitude test) के द्वारा दाखिला मिलेगा. यह जानकारी डीएसईयू(DESU) के जरिए आयोजित एक वेबीनार में दी गई.

बता दें कि इस वेबीनार में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया(Delhi Education Minister Manish Sisodia), विधायक आतिशी(MLA Atishi), डीएसईयू की कुलपति निहारिका वोहरा(DSEU Vice Chancellor Niharika Vohra) सहित दिल्ली के सरकारी स्कूलों के प्रिंसिपल शामिल थे.


एप्टिट्यूड टेस्ट से मिलेगा एडमिशन

दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया(Delhi Education Minister Manish Sisodia) ने कहा कि देश के इतिहास में यह पहली बार होगा कि जब एक यूनिवर्सिटी एडमिशन देने के लिए छात्रों के पास खुद जाएगी. उन्होंने कहा कि डीएसईयू दिसंबर-जनवरी के महीने में स्कूलों में जाकर वहां एक एप्टीट्यूड टेस्ट लेगी और उसके आधार पर छात्रों को दाखिला मिल जाएगा

साथ ही कहा कि इस यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेने के लिए छात्रों को मार्क्स की दौड़ में नहीं भागना होगा. कैंपस सेलेक्शन की तरह कैंपस एडमिशन होगा. इसके अलावा उन्होंने कहा कि बच्चों को एडमिशन के लिए परीक्षा में मार्क्स का इंतजार नहीं करना होगा.

इस सत्र में होगा छह हजार बच्चों का एडमिशन

शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि शैक्षणिक सत्र 2021-22 में डीएसईयू में 6000 बच्चों को एडमिशन किया जाएगा. इनमें 4500 बच्चों को डिप्लोमा और 1500 बच्चों को डिग्री कोर्स में दाखिला दिया जाएगा.

उन्होंने कहा कि वोकेशनल स्ट्रीम में पढ़ाई करने वाले छात्रों को डीयू में दाखिला नहीं मिल पाता है. ऐसे बच्चों के मन में हमेशा यह सवाल होता है कि वोकेशनल की पढ़ाई करके हम कहां जाएं, यह विश्वविद्यालय उन छात्रों के सवालों का जवाब है.

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वहीं शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि अगर इस विश्वविद्यालय में छात्र ने 3 साल की डिग्री कोर्स के लिए एडमिशन लिया है. मगर वह एक या दो साल बाद कुछ और करना चाहता है, तो उसे उतने समय का सर्टिफिकेट या डिप्लोमा भी दिया जाएगा.

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साथ ही छात्र को उनके पूरे कोर्स के दौरान 50 परसेंट समय में इंटर्नशिप के तौर पर इंडस्ट्री के साथ काम करना होगा ताकि छात्र को ज्यादा से ज्यादा प्रैक्टिकल नॉलेज मिल सके.बता दें कि डीएसईयू(DESU) में 12 जॉब ओरिएंटेड बैचलर प्रोग्राम शामिल किए गए हैं. इसमें भी बीए डिजिटल मीडिया, बीए बिजनेस मैनेजमेंट,बीए डाटा एनालिटिक्स, बीए एसथेटिक्स एंड ब्यूटी जैसे कोर्स शामिल है. इसके अलावा इंडस्ट्री पार्टनर के तौर पर एचडीएफसी बैंक, टाटा कंसल्टेंसी, टेक महिंद्रा और हीरो जैसी कंपनियां जुड़ी हुई है.

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