नई दिल्ली: दिल्ली बीजेपी के नवनियुक्त अध्यक्ष आदेश गुप्ता शुक्रवार को प्रदेश कार्यालय में अपनी जिम्मेदारी संभालेंगे. 14 पंडित पंत मार्ग स्थित प्रदेश बीजेपी कार्यालय में दोपहर 12 बजे आदेश गुप्ता बतौर अध्यक्ष अपनी कुर्सी ग्रहण करेंगे. इस मौके पर पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी समेत पार्टी के तमाम बड़े नेता, विधायक और सांसद भी मौजूद रहेंगे.
चुनावी राजनीति में महज चंद वर्षों का अनुभव होने के बावजूद पार्टी द्वारा दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष पद की बड़ी जिम्मेदारी आदेश गुप्ता को कैसे मिली? यह चर्चा आज भी गरम है. हालांकि, बीजेपी की तरफ से तो आदेश गुप्ता की सबसे बड़ी खासियत यह बताई जा रही है कि वे जमीन से जुड़े नेता हैं.
वैश्य नेता का बीजेपी में रहा दबदबा
यह भी माना जा रहा है कि प्रदेश बीजेपी में वरिष्ठ पदों पर जो नेता कारोबारियों को जोड़ने में सफल रहे, वहीं दिल्ली की सत्ता तक ही पहुंच पाए. इसलिए एक बार फिर बीजेपी ने जातीय समीकरण और दिल्ली में वैश्य समाज के प्रतिनिधित्व को देखते हुए आदेश गुप्ता को यह बड़ी जिम्मेदारी दी है.
2022 में होने वाला निगम चुनाव बड़ी चुनौती
इसके अलावा दिल्ली बीजेपी के सामने सबसे बड़ी चुनौती 2022 में होने वाले निगम चुनाव है. नवनियुक्त अध्यक्ष आदेश गुप्ता निगम पार्षद हैं. पूर्व में मेयर रह चुके हैं. ऐसे में होने वाले नगर निगम चुनाव में बीजेपी का दबदबा कायम रहे इसलिए पार्टी ने यह दांव खेला है. हालांकि, आदेश गुप्ता से पहले बीजेपी नेता सतीश उपाध्याय और विजेंद्र गुप्ता दो नेता ऐसे रहे जो निगम पार्षद रहते हुए प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं.
पोस्टर, बैनर के जरिए बधाई देने से परहेज़ करने की अपील
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष नियुक्त होने के बाद ही जिस तरह आदेश गुप्ता को बधाई देने वालों का तांता लगा और पोस्टर-बैनर के जरिए कार्यकर्ता अपनी उपस्थिति दर्ज कराने को तैयार हैं. नवनियुक्त अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने सभी कार्यकर्ताओं से अपील की है कि वे बधाई के लिए पोस्टर न छपवाएं और उस पैसे से जरूरतमंद परिवारों को राशन एवं सहायता देने का कार्य करें. पूरा देश इस समय कोरोना से मुकाबला कर रहा है.
बता दें कि मंगलवार को बीजेपी ने निगम पार्षद आदेश गुप्ता को दिल्ली बीजेपी का अध्यक्ष नियुक्त किया. उनकी नियुक्ति का ऐलान उस समय किया गया जब मनोज तिवारी, पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्याम जाजू प्रदेश कार्यालय में केंद्र में मोदी 2.0 के एक वर्ष पूरे होने पर उपलब्धियों को गिना रहे थे.