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Uproar again in JNU: शिवाजी के फोटो के अपमान करने को लेकर आपस में भिड़े एबीवीपी और लेफ्ट के छात्र

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय एक बार फिर अखाड़ बन गया है. जी, हां यहां 19 फरवरी की रात दो छात्र संगठन आपस में भिड़ गए. मामला शिवाजी महाराज के फोटो के आपमान से जुड़ा है. एबीवीपी का आरोप है कि लेफ्ट समर्थक छात्रों ने शिवाजी के फोटो को अपमानित किया है.

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Published : Feb 20, 2023, 8:04 AM IST

Updated : Feb 20, 2023, 4:09 PM IST

Uproar again in JNU
Uproar again in JNU
उमेश चंद्र अजमेरा, एबीवीपी सेक्रेटरी, जेएनयू

नई दिल्ली: जेएनयू (जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय) कैंपस में एक बार फिर 2 छात्र गुटों के बीच में जमकर हंगामा हुआ. एबीवीपी के छात्रों का आरोप है कि लेफ्ट समर्थक छात्रों द्वारा छत्रपति शिवाजी महाराज के फोटो को अपमानित किया गया है, जिसके बाद छात्र यूनियन के ऑफिस में देर रात तक राइट और लेफ्ट छात्रसंघ के बीच हंगामा चला. इसमें कुछ छात्रों को चोट भी आई है. हंगामे के बीच कैंपस के अंदर 2 से 3 पीसीआर कॉल हुई, जिसके बाद दिल्ली पुलिस की साउथ वेस्ट डिस्ट्रिक जिले की आला अधिकारी और कई थाने के एसएचओ कैंपस के अंदर पहुंच गए. हालांकि हंगामे का यह दौर घंटों तक चला.

दरअसल 19 फरवरी को एबीवीपी छात्रसंघ छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंति छात्र यूनियन के ऑफिस में मना रहे थे. यह कार्यक्रम शाम के वक्त था. छात्रों ने उनकी एक फोटो पर माला पहनाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी, उसके बाद सभी छात्र यहां से चले गए. रात करीब 9 बजे लेफ्ट समर्थक छात्रों का इसी कार्यालय में एक दूसरा कार्यक्रम था. ABVP के छात्रों का आरोप है कि लेफ्ट समर्थक छात्र यहां आए, उन्होंने शिवाजी के तस्वीर को अपमानित किया है. उनके तस्वीर पर लगे फूल के माला को फेंक दिया और शिवाजी के फोटो को भी निचे फेंक दिया. यह आरोप एबीवीपी के छात्रों का है. लेफ्ट और राइट विंग के छात्रों का यह विवाद यहीं से बढ़ाना शुरू हुआ और देखते ही देखते यह जोरदार हंगामे में बदल गया. दोनों छात्र दलों के बीच में हाथापाई भी हुई, जिसकी वजह से कुछ छात्रों को चोटें भी आई हैं.

तमिलनाडू के CM ने की कार्रवाई की मांगः घटना पर तमिलनाडू के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने प्रतिक्रिया व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि जेएनयू और दिल्ली पुलिस अपने अधिकारों के लिए लड़ने वाले और केंद्र के आलोचक रहे छात्रों पर हुई हिंसा के लिए बार-बार मूकदर्शक बनी रही है. मैं छात्रों के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त करता हूं और वीसी से दोषियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू करने का अनुरोध करता हूं. विश्वविद्यालय केवल सीखने के लिए ही नहीं, बल्कि चर्चा और बहस के लिए भी स्थान हैं. एबीवीपी द्वारा तमिल छात्रों पर कायराना हमला और जेएनयू में पेरियार, कार्ल मार्क्स जैसे नेताओं के चित्रों को तोड़ना निंदनीय है और विश्वविद्यालय प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग करता हूं.

  • Universities aren't just spaces for learning but also for discussion & debate. The cowardly attack on Tamil students by ABVP & vandalising portraits of leaders like Periyar, Karl Marx at JNU is condemnable & calls for strict action from University Administration: TN CM MK Stalin https://t.co/2j1niLQ4xs

    — ANI (@ANI) February 20, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

लेफ्ट और राइट एक-दूसरे पर हमलावरः इस पूरे मामले में लेफ्ट और राइट विंग एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं. वहीं इस झगड़ा के दौरान दो या तीन बार पीसीआर कॉल हुई. जेएनयू कैंपस में हुए हंगामे को देखते हुए साउथ वेस्ट डिस्ट्रिक के तमाम आला अधिकारी जिनमें एडिशनल डीसीपी एसीपी और कई थानों के एसएचओ सहित भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया. बावजूद इसके कैंपस के अंदर छात्र दलों का हंगामा घंटों तक चलता रहा. आखिर में आधी रात के वक्त राइट वींग के छात्र एक प्रोटेस्ट मार्च निकालते हुए जेएनयू के मेन गेट पर आए और इस पूरे घटना की जानकारी मीडिया के सामने रखी.

आपस में भिड़े एबीवीपी और लेफ्ट के छात्र.

जेएनयू में ये कोई नया विवाद नहीं हैं. इससे पहले भी कई मौकों पर लेफ्ट औऱ राइट वींग के बिच विवाद होता आया हैं. घंटों चले इस हंगामे के बाद फिलहाल रात के लिए यह मामला शांत हो गया. खबर लिखे जाने तक किसी तरह की कोई पुलिस कंप्लेंट नहीं दी गई थी. अब देखना यह होगा कि इस पूरे विवाद में क्या सच्चाई सामने निकल कर आती है, क्योंकि इस पूरे मामले में लेफ्ट और राइट विंग एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं. जाहिर है जेएनयू कैंपस में इस तरह के हंगामें के बाद प्रशासन किस तरह से क्या कदम उठाती है यह अभी देखना होगा. फिलहाल इस पूरे मामले पर ना तो दिल्ली पुलिस और ना ही जेएनयु प्रशासन की तरफ से किसी तरह का कोई बयान आया है.

ये भी पढ़ें: CBSE Exam for 10th and 12th : सीबीएसई बोर्ड की मुख्य परीक्षाएं सोमवार से

उमेश चंद्र अजमेरा, एबीवीपी सेक्रेटरी, जेएनयू

नई दिल्ली: जेएनयू (जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय) कैंपस में एक बार फिर 2 छात्र गुटों के बीच में जमकर हंगामा हुआ. एबीवीपी के छात्रों का आरोप है कि लेफ्ट समर्थक छात्रों द्वारा छत्रपति शिवाजी महाराज के फोटो को अपमानित किया गया है, जिसके बाद छात्र यूनियन के ऑफिस में देर रात तक राइट और लेफ्ट छात्रसंघ के बीच हंगामा चला. इसमें कुछ छात्रों को चोट भी आई है. हंगामे के बीच कैंपस के अंदर 2 से 3 पीसीआर कॉल हुई, जिसके बाद दिल्ली पुलिस की साउथ वेस्ट डिस्ट्रिक जिले की आला अधिकारी और कई थाने के एसएचओ कैंपस के अंदर पहुंच गए. हालांकि हंगामे का यह दौर घंटों तक चला.

दरअसल 19 फरवरी को एबीवीपी छात्रसंघ छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंति छात्र यूनियन के ऑफिस में मना रहे थे. यह कार्यक्रम शाम के वक्त था. छात्रों ने उनकी एक फोटो पर माला पहनाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी, उसके बाद सभी छात्र यहां से चले गए. रात करीब 9 बजे लेफ्ट समर्थक छात्रों का इसी कार्यालय में एक दूसरा कार्यक्रम था. ABVP के छात्रों का आरोप है कि लेफ्ट समर्थक छात्र यहां आए, उन्होंने शिवाजी के तस्वीर को अपमानित किया है. उनके तस्वीर पर लगे फूल के माला को फेंक दिया और शिवाजी के फोटो को भी निचे फेंक दिया. यह आरोप एबीवीपी के छात्रों का है. लेफ्ट और राइट विंग के छात्रों का यह विवाद यहीं से बढ़ाना शुरू हुआ और देखते ही देखते यह जोरदार हंगामे में बदल गया. दोनों छात्र दलों के बीच में हाथापाई भी हुई, जिसकी वजह से कुछ छात्रों को चोटें भी आई हैं.

तमिलनाडू के CM ने की कार्रवाई की मांगः घटना पर तमिलनाडू के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने प्रतिक्रिया व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि जेएनयू और दिल्ली पुलिस अपने अधिकारों के लिए लड़ने वाले और केंद्र के आलोचक रहे छात्रों पर हुई हिंसा के लिए बार-बार मूकदर्शक बनी रही है. मैं छात्रों के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त करता हूं और वीसी से दोषियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू करने का अनुरोध करता हूं. विश्वविद्यालय केवल सीखने के लिए ही नहीं, बल्कि चर्चा और बहस के लिए भी स्थान हैं. एबीवीपी द्वारा तमिल छात्रों पर कायराना हमला और जेएनयू में पेरियार, कार्ल मार्क्स जैसे नेताओं के चित्रों को तोड़ना निंदनीय है और विश्वविद्यालय प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग करता हूं.

  • Universities aren't just spaces for learning but also for discussion & debate. The cowardly attack on Tamil students by ABVP & vandalising portraits of leaders like Periyar, Karl Marx at JNU is condemnable & calls for strict action from University Administration: TN CM MK Stalin https://t.co/2j1niLQ4xs

    — ANI (@ANI) February 20, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

लेफ्ट और राइट एक-दूसरे पर हमलावरः इस पूरे मामले में लेफ्ट और राइट विंग एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं. वहीं इस झगड़ा के दौरान दो या तीन बार पीसीआर कॉल हुई. जेएनयू कैंपस में हुए हंगामे को देखते हुए साउथ वेस्ट डिस्ट्रिक के तमाम आला अधिकारी जिनमें एडिशनल डीसीपी एसीपी और कई थानों के एसएचओ सहित भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया. बावजूद इसके कैंपस के अंदर छात्र दलों का हंगामा घंटों तक चलता रहा. आखिर में आधी रात के वक्त राइट वींग के छात्र एक प्रोटेस्ट मार्च निकालते हुए जेएनयू के मेन गेट पर आए और इस पूरे घटना की जानकारी मीडिया के सामने रखी.

आपस में भिड़े एबीवीपी और लेफ्ट के छात्र.

जेएनयू में ये कोई नया विवाद नहीं हैं. इससे पहले भी कई मौकों पर लेफ्ट औऱ राइट वींग के बिच विवाद होता आया हैं. घंटों चले इस हंगामे के बाद फिलहाल रात के लिए यह मामला शांत हो गया. खबर लिखे जाने तक किसी तरह की कोई पुलिस कंप्लेंट नहीं दी गई थी. अब देखना यह होगा कि इस पूरे विवाद में क्या सच्चाई सामने निकल कर आती है, क्योंकि इस पूरे मामले में लेफ्ट और राइट विंग एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं. जाहिर है जेएनयू कैंपस में इस तरह के हंगामें के बाद प्रशासन किस तरह से क्या कदम उठाती है यह अभी देखना होगा. फिलहाल इस पूरे मामले पर ना तो दिल्ली पुलिस और ना ही जेएनयु प्रशासन की तरफ से किसी तरह का कोई बयान आया है.

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Last Updated : Feb 20, 2023, 4:09 PM IST
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