नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने केंद्र सरकार द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक को लेकर कुछ सवाल किए हैं. प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने कहा कि एक ऐसी घटना सामने आई जिससे देश आक्रोशित है, लेकिन केंद्र सरकार का रवैया अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है. सांसद संजय सिंह ने कहा कि पहले केंद्र सरकार द्वारा कहा गया कि 3 जवान शहीद हुए हैं. उसके बाद उनका बयान आया कि 20 जवान शहीद हुए हैं.
यहां तक तो ठीक था लेकिन उसके बाद फिर कहा गया कि कोई जवान चीन के कब्जे में नहीं है, लेकिन गुरुवार को मीडिया के जरिए जानकारी मिली कि चीन से 10 जवानों को छुड़ाया गया है. मेरा सवाल है कि ऐसे गंभीर मसले पर सरकार झूठ क्यों बोल रही है. यह देश की जनता के साथ विश्वासघात है. आखिर किस वजह से जवानों को बंधक बनाए जाने की खबर छुपाई गई. यह जानना जरूरी है. देश सच जानना चाहता है.
'चीन को मुंहतोड़ जवाब दे प्रधानमंत्री'
संजय सिंह ने कहा कि इस कठिन समय में हम जवानों के साथ खड़े हैं. हमारी मांग है कि भारत की सरकार चीन से बदला ले हमारे जवानों की शहादत का. प्रधानमंत्री चीन के इस कृत्य का मुंहतोड़ जवाब दें. हमारी पार्टी प्रधानमंत्री के साथ खड़ी है हर फैसले में. भारत की जो जमीन चीन के कब्जे में है वह वापस ली जाए और 1 अप्रैल से पहले की स्थिति वापस बहाल की जाए.
बैठक में 'आप' को ना बुलाना गलत
संजय सिंह ने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि ऐसे राष्ट्रीय संकट के समय सर्वदलीय बैठक में आम आदमी पार्टी नहीं बुलाया जा रहा, जिसे दिल्ली की जनता ने तीन बार चुना है. क्या बीजेपी के नेता उनको महत्वपूर्ण नहीं मानते. उनकी राय नहीं चाहते हैं.
उन्होंने कहा कि हम हर राष्ट्रीय आपदा में देश के साथ खड़े रहते हैं. फिर भी हमें सर्वदलीय बैठक में नहीं बुलाया गया है. 5 सांसद का क्राइटेरिया भी गलत है. यह डेमोक्रेसी की कौन सी परिभाषा है जिसमें 5 सांसद के नियम का जिक्र है. यह सरकार को तय करना है कि उनको सबको साथ लेकर चलना है या नहीं.