नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी लोगों के बीच केजरीवाल सरकार और मोदी सरकार के कामों को तुलनात्मक रूप में पेश करेगी. इसे 'मोदी गवर्नमेंट वर्सेज केजरीवाल गवर्नमेंट परफॉर्मेंस' नाम दिया गया है.
इस कैंपेन के जरिए आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता लोगों से संवाद करेंगे. वो जनता को बताएंगे कि किस तरह आम आदमी पार्टी की सरकार ने जनता के हित में काम किए हैं और किस तरह मोदी सरकार ऐसे कामों के प्रयास में रोड़े अटका आती रही है.
मेंट्रो किराया वृद्धि का मामला
आम आदमी पार्टी जिन मुद्दों को लेकर इस कैंपेन में उतर रही है, उनमें ज्यादातर ऐसे हैं, जो दिल्ली वालों की रोजमर्रा की जिंदगी से जुड़े हैं.
मेंट्रो का किराया वृद्धि का मामला दिल्ली वालों के लिए सबसे ज्यादा प्रभाव डालने वाला था. आम आदमी पार्टी लोगों को बताएगी कि किस तरह से इससे बचा जा सकता था और किस तरह केंद्र सरकार के कारण दिल्ली वालों की जेब पर असर पड़ा.
'प्रदूषण का मामला'
इसके अलावा, आए दिन कूड़ा-कूड़ा होने वाली दिल्ली की सफाई में एमसीडी के रोल को भी इस कैंपेंन के दौरान उजागर किया जाएगा. साथ ही, प्रदूषण से निबटने में केंद्र सरकार की नाकामी को इस कैंपेंन के दौरान लोगों तक पहुंचाया जाएगा.
बिजली बिल का मुद्दा प्रमुख
दिल्ली सरकार के जिन कामों को इस कैंपेंन के दौरान पार्टी कार्यकर्ता लोगों तक पहुंचाएंगे उनमें बिजली बिल का मुद्दा प्रमुख है.
लोगों को बताया जाएगा कि किस तरह दिल्ली सरकार ने बिजली बिल पिछले 4 साल से नहीं बढ़ने दिया है. साथ ही व्यापारियों से जुड़े मुद्दों को भी इसमें छुआ जाएगा.
इसके अलावा, स्वास्थ्य के क्षेत्र में दिल्ली सरकार के प्रयासों, मोहल्ला क्लीनिक, शिक्षा में सुधार के लिए किए गए प्रयासों और साथ में डोर स्टेप डिलीवरी को भी प्रमुखता से इस कैंपेन के जरिए उठाया जाएगा.
दिल्ली की स्थानीय पार्टी
दिल्ली के एक बड़ी आबादी के मन में अभी भी यह बात है कि आम आदमी पार्टी दिल्ली की स्थानीय पार्टी है और इसका प्रभाव दिल्ली की स्थानीय सरकार तक ही सीमित है. आम आदमी पार्टी अपने इस कैम्पेन के जरिए लोगों के मन की इस धारणा को खत्म करना चाहती है.