नई दिल्ली: भारत की सबसे बड़ी जांच एजेंसियों में से एक प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) पर गंभीर आरोप लगे हैं. बुधवार को आप सांसद संजय सिंह ने कहा कि जिस ईडी को अब तक आप जांच एजेंसी के तौर पर जानते हैं, आज में उसकी तस्वीर आपके सामने लाया हूं कि कैसे ईडी की कस्टडी में बयान देने के लिए लोगों को पीटा जाता है. आप सांसद ने चंदन रेड्डी को लेकर कहा उन्हें बयान देने के लिए ईडी द्वारा इस तरह मारा गया कि उनके कान के परदे तक फट गए.
उन्होंने कहा कि जो आरोप ईडी पर लगा रहा हूं उसके साक्ष्य भी लाया हूं. इस दौरान उन्होंने एक याचिका की कॉपी दिखाते हुए कहा कि चंदन रेड्डी ने उच्च न्यायालय में याचिका दी है. इस याचिका में उन्होंने कहा कि ईडी ने धमकी दी की जैसा कहा जाए वैसा लिखो, वरना तुम्हारे परिवार का बुरा अंजाम करेंगे.
आप सांसद ने कहा कि इस पूरे प्रकरण में ईडी पूरी तरह से एक्सपोज हो गई है. कोर्ट में मेडिकल रिपोर्ट और गवाह ने ईडी को एक्सपोज करने का काम किया है. उन्होंने कहा कि सिर्फ चंदन रेड्डी के साथ ही ईडी ने अत्याचार नहीं किया, बल्कि अरुण पिल्लई की पत्नी और बेटी को भी डराया धमकाया गया. समीर महेंद्रू से जबरन बयान लिखवा कर न्यायालय में दिया गया. उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि वहां कुछ ऐसे लोग भी थे जो ईडी से संबंधित नहीं थे और उन्होंने मारपीट की. वो गुंडे कौन हैं, जो ईडी ऑफिस में मारपीट कर जबरन बयान लिखवाते हैं. इसका खुलासा होना चाहिए.
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संजय सिंह ने आगे कहा कि ईडी के कारनामे अभी खत्म नहीं हुए हैं. ईडी ने पूर्व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया के पर्सनल सेक्रेटरी रिंकू को भी प्रताड़ित किया. ईडी के कुछ अधिकारियों ने ईडी का गलत इस्तेमाल किया. उन्होंने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बेटियों के नाम की धमकी देकर दस्तखत कराए जा रहे हैं. ये वही हैं जो बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का नारा लेकर आए थे.
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