नई दिल्ली: गोपाल राय ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि हम पिछले 3 दिनों से स्थानीय स्तर पर घटनाओं को मॉनिटर कर रहे हैं. पूरी रात जागकर लोगों के फोन उठाते रहे, लोगों को सचेत करते रहे, पुलिस से बातचीत करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने तत्काल एक्शन नहीं लिया. अभी भी पूरे इलाके में दहशत का माहौल है.
'स्थान बदलते रहे, होती रही हिंसा'
गोपाल राय ने भाजपा नेता कपिल मिश्रा के बयान का भी जिक्र किया और कहा कि पुलिस की मौजूदगी में कपिल मिश्रा ने जो बयान दिया, उसने हिंसा को भड़काया और उसके बाद लगातार हिंसा होती रही. गोपाल राय का कहना था कि स्थान केवल बदलते रहे, लेकिन अलग- अलग इलाकों में हिंसा जारी रही. उन्होंने कहा कि कुछ इलाकों में हमारी शिकायत के बाद पुलिस गई तो, लेकिन एक बार घूम कर वहां से चली आई. उसके बाद चार-पांच घंटे वहां पर तांडव होता रहा. कोई देखने के लिए नहीं आया.
'पूरी रात दहशत में रहे लोग'
अपने विधानसभा क्षेत्र बाबरपुर के कई इलाकों का जिक्र करते हुए गोपाल राय ने कहा कि बाबरपुर में गली नंबर 1,2,3, पूरी मेन रोड, प्रीतम गिरी धर्मशाला, सुभाष मोहल्ला जैसे इलाकों में पूरी रात हिंसा हुई है. वहीं मुस्तफाबाद, करावल नगर, गोकलपुर और घोंडा विधानसभा के अलग-अलग इलाकों का भी गोपाल राय ने नाम लिया और बताया कि वहां पर किस तरह लोग हिंसा में घिरे रहे और पूरी रात दहशत में रहे.
'कमिश्नर नहीं उठाते हैं फोन'
गोपाल राय ने रोहतास नगर के अशोक नगर का भी जिक्र किया और कहा कि जिस तरह वहां पर दुकानों में आग लगाई गई, जिस तरह हिंसा हुई, उससे लोगों को बचाया जा सकता था. लेकिन तमाम शिकायत के बाद भी पुलिस ने तत्काल कोई एक्शन नहीं लिया. उनका यह भी कहना था कि पुलिस कमिश्नर तो फोन ही नहीं उठाते हैं. गोपाल राय ने कहा कि हमने कई बार मांग की कि दिल्ली में सेना उतारी जाए, लेकिन ऐसा कुछ नहीं किया जा सका है.