नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी की महिला विरोधी छवि को लेकर दिल्ली बीजेपी की महिला पदाधिकारियों मुखर हो गई है. प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने एक दिन पहले जब आरके पुरम में महिला के साथ दुराचार करने के आरोपी आम आदमी पार्टी के पदाधिकारी मुकेश टोकस के खिलाफ अरविंद केजरीवाल से सख्त कार्रवाई करने की मांग की है. उसके बाद दिल्ली बीजेपी की महिला पदाधिकारियों ने 'आप' की महिला विरोधी छवि को लेकर अरविंद केजरीवाल से अपना पक्ष रखने की मांग की है.
दिल्ली बीजेपी महिला मोर्चा की अध्यक्ष पूनम पाराशर ने कहा कि दिल्ली उस घटना को नहीं भूली है, जब राशन कार्ड बनवाने के लिए नाम पर आम आदमी पार्टी के विधायक संदीप कुमार ने एक महिला के साथ रेप किया था. इससे संबंधित एक सीडी भी सामने आई थी. उससे पूरी दिल्ली शर्म की दृष्टि से देख रही है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को अब अपनी आंखें खोल कर देखना चाहिए कि सामाजिक मुद्दों पर बनी आम आदमी पार्टी अब महिला अपराध में संलिप्त नेताओं की पार्टी बनकर रह गई है.
'महिला विरोधी नेताओं को शरण देते हैं केजरीवाल'
दिल्ली बीजेपी की उपाध्यक्ष योगिता सिंह ने भी आम आदमी पार्टी की महिला विरोधी छवि को लेकर कहा कि आप विधायक सोमनाथ भारती जिस तरह अपनी गर्भवती पत्नी के साथ मारपीट, नौकरानी को प्रताड़ित करने के लिए आरोप में अदालत तक जा चुके हैं. यहां तक कि सोमनाथ भारती ने लाइव डिबेट में टीवी एंकर के लिए अभद्र भाषा का प्रयोग किया. आज तक मुख्यमंत्री ने उन पर कोई कार्रवाई नहीं की. इससे साबित होता है कि महिला विरोधी कार्यकर्ताओं और नेताओं को केजरीवाल शरण देते हैं.
'महिला विरोधी नेताओं को किया जाता है सम्मानित'
आम आदमी पार्टी के संस्थापक सदस्य रिचा पांडे अब दिल्ली बीजेपी में प्रवक्ता के तौर पर जिम्मेदारी निभा रही हैं. उन्होंने भी आम आदमी पार्टी की चाल, चरित्र, चेहरे को बताते हुए कहा कि यह राजनीति का विषय नहीं है. यह महिलाओं के सम्मान की बात है. महिला अपराध के आरोपियों से मुख्यमंत्री केजरीवाल हमदर्दी रखते हैं. इसीलिए निर्भया के आरोपियों को भी बचाने के लिए उन्होंने वकीलों की फौज लगा दी. मैं पूछना चाहती हूं कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को दिल्ली की महिलाओं से क्या तकलीफ है? अपनी पार्टी में महिला अपराध में संलिप्त नेताओं पर कार्रवाई करने के बजाय उन्हें पद देकर सम्मानित क्यों करते हैं?