नई दिल्ली: प्रदेश कांग्रेस ने अब तक 72 उम्मीदवारों ने आवेदन किए हैं. पार्टी द्वारा गठित स्क्रीनिंग कमेटी नामों पर विचार करेगी तो आम आदमी पार्टी ने अपने सभी प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कर दिया.
भाजपा जिसके सात सांसद दिल्ली में है और उन सातों सीटों पर दोबारा जीत सुनिश्चित करने के लिए मैदान में किसे उतारेगी अभी तय नहीं हो पाया है. भाजपा के कार्यकर्ता इस बात से अभी तक असमंजस में है कि आखिर चुनाव प्रचार को कैसे शुरू किया जाए.
निर्णय में देरी का प्रभाव पार्टी कार्यकर्ताओं पर पड़ रहा है. भाजपा कार्यकर्ता असमंजस में है कि आप कांग्रेस के बीच गठबंधन होता है तो उस सूरत में किस तरह चुनाव प्रचार करना होगा. अगर गठबंधन नहीं होता है तो अपने दोनों प्रतिद्वंदी यानी आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के खिलाफ किस तरह मैदान में प्रत्याशियों के लिए चुनाव प्रचार करेंगे.
लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन को लेकर अभी भी आम आदमी पार्टी और कांग्रेस की ओर से चर्चा जारी है. हालांकि आप ने सभी 7 लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी. वहीं, कांग्रेस ने नामों की सूची केंद्रीय नेतृत्व तक भेज दिया है.
गठबंधन की चर्चा जारी रहने के बीच भाजपा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में अभी तक किए गए कार्यों को लेकर मैदान में है. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी कहते हैं केंद्र सरकार ने अभी तक देश में समाज के सभी वर्ग चाहे युवा हो, महिला हों, बुजुर्ग हों, सबके लिए काम किया है. सरकार ने जो काम किया है उसका गुणगान कर पार्टी के पक्ष में लोगों को जुटा रही है.