नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को आम आदमी पार्टी (आप) की पॉलिटिकल अफेयर्स कमिटी (पीएसी) की मीटिंग बुलाई है. यह मीटिंग विपक्ष की बैठक से पहले बुलाई गई है. इसमें आप के वरिष्ठ नेताओं के साथ पंजाब के सीएम भगवंत मान भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़ेंगे. बैठक में यह तय किया जाएगा कि बेंगलुरु में होने वाली विपक्षी नेताओं की बैठक में 'आप' को शामिल होना चाहिए या नहीं.
आप की पीएसी की मीटिंग में सभी नेता अपना पक्ष रखेंगे. इसके बाद सबकी सहमति ली जाएगी कि क्या हमें विपक्ष की बैठक में जाना चाहिए या नहीं? मीडिया के सवालों के जवाब में CM केजरीवाल ने कहा कि पीएसी की मीटिंग के बाद ही बताएंगे कि जाएंगे कि नहीं.
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#WATCH | When asked if AAP will attend tomorrow's opposition meeting in Bengaluru or not, AAP convener and Delhi CM says, "Can only say about that after the Political Affairs Committee (PAC) meeting " https://t.co/sVnAw8XCNr pic.twitter.com/PNnwQFPcIF
— ANI (@ANI) July 16, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— ANI (@ANI) July 16, 2023#WATCH | When asked if AAP will attend tomorrow's opposition meeting in Bengaluru or not, AAP convener and Delhi CM says, "Can only say about that after the Political Affairs Committee (PAC) meeting " https://t.co/sVnAw8XCNr pic.twitter.com/PNnwQFPcIF
— ANI (@ANI) July 16, 2023
अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी को कांग्रेस की ओर से विपक्ष की बैठक में शामिल होने के लिए आमंत्रण दिया गया है. बीते दिनों मिले इस आमंत्रण पर सीएम केजरीवाल ने कहा था कि कांग्रेस ने बुलाया है, अभी देखते हैं आगे क्या करना है. उन्होंने कहा था कि कांग्रेस ने कहा था कि वह अध्यादेश के मुद्दे पर हमारा समर्थन करेंगे, लेकिन उन्होंने अभी तक समर्थन नहीं दिया है.
कांग्रेस दिल्ली अध्यादेश का करेगी विरोधः केजरीवाल एंड पार्टी ने पहले ही यह साफ कर दिया है कि अगर कांग्रेस दिल्ली में केंद्र के द्वारा लाए गए काले अध्यादेश के मुद्दे पर आप का समर्थन नहीं करती है तो वह किसी भी विपक्ष की मीटिंग में शामिल नहीं होंगे, जिसमें कांग्रेस की भागीदारी होगी. हालांकि सूत्रों के हवाले से खबर मिली है कि कांग्रेस ने संसद में दिल्ली अध्यादेश का विरोध करने का फैसला लिया है.
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