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दिल्ली नगर निगम 600 से ज्यादा अवैध डेयरियों पर कसेगा शिकंजा, मालिकों को काटने होंगे थाने के चक्कर - दिल्ली की ताजा खबर

दिल्ली नगर निगम द्वारा ग्रामीण और शहरी इलाकों में चलाई जा रही 600 से ज्यादा अवैध डेयरियाें की सूची तैयार की गई है. साथ ही उन पर जुर्माने की राशी 5000 रुपये से बढ़ाकर 10 गुना किया जाएगा और उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई जाएगी.

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Published : Feb 17, 2023, 10:09 AM IST

नई दिल्ली: दिल्ली में चल रही 600 से ज्यादा अवैध डेयरियों की सूची दिल्ली नगर निगम द्वारा तैयार की गई है और अब इन पर नगर निगम जल्द बड़ी कार्रवाई भी करेगा. यह सभी डेयरियां दिल्ली के शहरी इलाकों में चोरी छुपे अवैध तरीके से चलाई जा रही हैं. शहरी क्षेत्रों में इस तरह की डेयरी चलाने की अनुमति दिल्ली नगर निगम की ओर से नहीं दी गई है. अधिकारियों ने बताया कि ग्रामीण इलाकों में डेयरियां चलाई जा सकती हैं, लेकिन शहरी क्षेत्रों में नहीं. ऐसे में शहरी क्षेत्रों में अवैध तरीके से डेयरी चलाने वाले लोगों पर भारी भरकम जुर्माना भी लगाया जाएगा और उनके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज होगा.

राजधानी दिल्ली में 600 से ज्यादा चल रही अवैध डेयरियों की सूची दिल्ली नगर निगम द्वारा तैयार कर ली गई है. यह डेयरियां दिल्ली के शहरी और ग्रामीण इलाकों में चोरी छुपे चलाई जा रही हैं. जिन पर अब दिल्ली नगर निगम की ओर से बड़ी कार्रवाई होने की तैयारी शुरू कर दी गई है. दिल्ली नगर निगम के अधिकारियों ने बताया कि सबसे ज्यादा केशवपुरम, रोहिणी और सिविल लाइन जोन में अवैध डेयरियां चलाई जा रही हैं. यह सूची दिल्ली नगर निगम ने वेटरनरी विभाग के साथ मिलकर तैयार की है.

जानवरों की वजह से सड़क पर लगता है जाम: डेयरियों से छोड़े जाने वाले जानवरों की वजह से सड़क पर जाम लगता है. कई बार हादसे भी होते हैं, जिसमें कई लोग अपनी जान भी गंवा चुके हैं. इस बार दिल्ली नगर निगम अपनी कार्रवाई में कोई कोताही नहीं बरतना चाहता है, जिसको लेकर दिल्ली नगर निगम अवैध रूप से दिल्ली में चलने वाली डेयरी मालिकों पर बड़ी कार्रवाई करेगा. साथ ही उन पर 5000 रुपये से जुर्माने की राशि को बढ़ाकर 10 गुना किया जाएगा और उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई जाएगी.

लोगों ने खटखटाया कोर्ट का दरवाजा: बता दें कि दिल्ली के शहरी इलाकों में कई डेयरी मालिक चोरी छुपे अवैध तरीके से किराए की जमीन पर डेयरी चलाते हैं. उनसे निकलने वाले मूत्र व गोबर को सड़कों पर ही पड़ा छोड़ देते हैं या फिर उन्हें नालों में बहाया जाता है, जिसकी वजह से जल प्रदूषण तो होता ही है साथ ही पानी की निकासी के रास्ते भी बंद होते हैं और सड़कों पर जलभराव भी होता है. वहीं, कई लोग इन मामलों को लेकर न्यायालय का दरवाजा भी खटखटा चुके हैं.

ये भी पढ़ें: LG द्वारा मुकदमा चलाने की इजाजत पर AAP सरकार ने उठाए सवाल, जानिए पूरा मामला

नई दिल्ली: दिल्ली में चल रही 600 से ज्यादा अवैध डेयरियों की सूची दिल्ली नगर निगम द्वारा तैयार की गई है और अब इन पर नगर निगम जल्द बड़ी कार्रवाई भी करेगा. यह सभी डेयरियां दिल्ली के शहरी इलाकों में चोरी छुपे अवैध तरीके से चलाई जा रही हैं. शहरी क्षेत्रों में इस तरह की डेयरी चलाने की अनुमति दिल्ली नगर निगम की ओर से नहीं दी गई है. अधिकारियों ने बताया कि ग्रामीण इलाकों में डेयरियां चलाई जा सकती हैं, लेकिन शहरी क्षेत्रों में नहीं. ऐसे में शहरी क्षेत्रों में अवैध तरीके से डेयरी चलाने वाले लोगों पर भारी भरकम जुर्माना भी लगाया जाएगा और उनके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज होगा.

राजधानी दिल्ली में 600 से ज्यादा चल रही अवैध डेयरियों की सूची दिल्ली नगर निगम द्वारा तैयार कर ली गई है. यह डेयरियां दिल्ली के शहरी और ग्रामीण इलाकों में चोरी छुपे चलाई जा रही हैं. जिन पर अब दिल्ली नगर निगम की ओर से बड़ी कार्रवाई होने की तैयारी शुरू कर दी गई है. दिल्ली नगर निगम के अधिकारियों ने बताया कि सबसे ज्यादा केशवपुरम, रोहिणी और सिविल लाइन जोन में अवैध डेयरियां चलाई जा रही हैं. यह सूची दिल्ली नगर निगम ने वेटरनरी विभाग के साथ मिलकर तैयार की है.

जानवरों की वजह से सड़क पर लगता है जाम: डेयरियों से छोड़े जाने वाले जानवरों की वजह से सड़क पर जाम लगता है. कई बार हादसे भी होते हैं, जिसमें कई लोग अपनी जान भी गंवा चुके हैं. इस बार दिल्ली नगर निगम अपनी कार्रवाई में कोई कोताही नहीं बरतना चाहता है, जिसको लेकर दिल्ली नगर निगम अवैध रूप से दिल्ली में चलने वाली डेयरी मालिकों पर बड़ी कार्रवाई करेगा. साथ ही उन पर 5000 रुपये से जुर्माने की राशि को बढ़ाकर 10 गुना किया जाएगा और उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई जाएगी.

लोगों ने खटखटाया कोर्ट का दरवाजा: बता दें कि दिल्ली के शहरी इलाकों में कई डेयरी मालिक चोरी छुपे अवैध तरीके से किराए की जमीन पर डेयरी चलाते हैं. उनसे निकलने वाले मूत्र व गोबर को सड़कों पर ही पड़ा छोड़ देते हैं या फिर उन्हें नालों में बहाया जाता है, जिसकी वजह से जल प्रदूषण तो होता ही है साथ ही पानी की निकासी के रास्ते भी बंद होते हैं और सड़कों पर जलभराव भी होता है. वहीं, कई लोग इन मामलों को लेकर न्यायालय का दरवाजा भी खटखटा चुके हैं.

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