नई दिल्ली: देशभर में धूमधाम के साथ गणेशोत्सव मनाया जा रहा है, जिसकी शुरुआत 19 सितंबर 2023 से हो चुकी है. मंगलवार को गणेश उत्सव का 7वां दिन है. दिल्ली के कोटला स्थित सुखदेव मंदिर में भगवान गणपति को 56 हजार एक लड्डुओं का भोग लगाया गया है. एक तरफ महाराष्ट्र में लाल बाग के राजा के दर्शन करने के लिए लोग दूर रास्ते से पहुंचते हैं. वहीं दिल्ली के कोटा के राजा के दर्शन करने के लिए भी एनसीआर से लोग पहुंचते हैं. गणपति की स्थापना के बाद हर दिन इस मंदिर में अलग-अलग कार्यक्रम होते आ रहे हैं.
विधिपूर्वक गणपति का विसर्जन: तस्वीरों में देखिए किस तरीके से यहां पर गणपति की एक बड़ी प्रतिमा है. उसके साथ ही भगवान श्री गणेश को इतने सारे लड्डुओं का भोग लगा हैं, जो लोगों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. पिछले 28 सालों से इस मंदिर के अंदर गणेश उत्सव मनाया जाता है. गणेश जी की स्थापना के बाद 9 दिन तक गणपति को मंदिर में रखा जाता है. पूजा का अंतिम दिन गुरुवार 28 सितंबर 2023 को है. इस दिन गणेश की मूर्तियों का विसर्जन किया जाएगा.
भगवान गणेश प्रथम पूज्य देवता, मंगलकारी, बुद्धिदाता और विन्घहर्ता कहलाते हैं. भगवान गणेश को हम बप्पा, गणेशा, गणपति, एकदंत, लंबोदर आदि जैसे कई नामों से जानते हैं. अनेक नामों के साथ ही भगवान के कई रूप भी हैं. मुग्दल और गणेश पुराण में भगवान गणेश के 32 मंगलकारी रूपों का वर्णन मिलता है. बता दें कि गणेश चतुर्थी से शुरू होकर यह उत्सव पूरे 10 दिनों तक मनाया जाता है और अनंत चतुर्दशी पर गणेश विसर्जन किया जाता है.
ये भी पढ़ें: