नई दिल्लीः रेल टिकटों की अवैध और अनधिकृत बिक्री और दलालों पर अंकुश लगाने के लिए उत्तर रेलवे के सतर्कता दल ने यात्रियों से मिली शिकायतों और खुफिया सूचनाओं के आधार पर कार्यवाही करते हुए हरिद्वार, सर्वोच्च न्यायालय, शामली, बुलंदशहर, चंदौसी, साहिबाबाद और मुजफ्फरनगर स्थित बुकिंग कार्यालयों पर अवैध टिकट गतिविधियों में संलिप्त तीन सक्रिय टिकट दलालों को पकड़ा है.
3 दलालों की गिरफ्तारी, रेलवे करेगा कार्रवाईः रेलवे की तरफ से समय समय पर टिकट दलालों पर अंकुश लगाने के लिए अभियान चलाया जाता रहा है. इसकी कड़ी में उत्तर रेलवे ने तीन दलालों को पकड़ा है. पकड़े गए टिकट दलालों की पहचान राम किशोर त्यागी, निरंजन, जे. चन्द्रशेखर और रमन कुमार के रूप में हुई है. जानकारी के मुताबिक ये लोग इन क्षेत्रों में रेल टिकटों को ऊंचे मूल्य पर बेच रहे थे. ये टिकट दलाल आरक्षण वाले टिकट पहले से ही बुक करवा कर रख लेते हैं और बाद में मनमाने दामों पर टिकट बेच देते हैं. रेलवे ने इन सभी को कानूनी कार्रवाइ के लिए रेल सुरक्षा बल के सुपुर्द कर दिया गया है. रेलवे ने कड़ा रुख अपनाते हुए इनके साथ संलिप्त दोषी रेल कर्मचारियों के खिलाफ नियमानुसार अनुशासनात्मक कार्यवाही करने का निर्णय लिया है.
क्या है सर्तकता अभियानः सर्तकता अभियान उत्तर रेलवे सतर्कता दल द्वारा चलाया जाने वाला अभियान है, जिसके द्वारा टिकटों की अवैध बिक्री को रोकने और टिकट दलालों से टिकट खरीदने के खतरों के बारे में यात्रियों को बताया जाता है. यह दल नियमित रूप से टिकट जांच अभियान चलाता रहा है और सही प्रक्रिया से टिकट खरीदने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि के संबंध में सूचना देने के लिए रेल यात्रियों को जागरूक करता रहा है. रेलवे टिकट बुकिंग सक्रिय दलालों के झांसे में अक्सर वो लोग आ जाते हैं, जिन्हें या तो इस बारे मे कम जानकारी होती है या देश का मजदूर वर्ग जो की जल्दीबाजी के चक्कर में इनके बहकावे में आकर इनका शिकार आसानी से बन जाते हैं.
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