नई दिल्ली : दिल्ली की आर्थिक अपराध शाखा पुलिस ने लखनऊ के सिंडिकेट बैंक के पास गिरवी रखी प्रॉपर्टी को बेच कर 10 करोड़ से ज्यादा की ठगी के मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. डीसीपी (DCP) ईओडब्लू (Economic Offences Wing) राजीव रंजन के अनुसार, शिकायतकर्ता मेसर्स वीकेआर प्राईवेट लिमिटेड (M/s VKR Private Limited) और सिस्टर कंसर्न कंपनी मेसर्स वंदना फार्म्स एंड रिसॉर्ट्स प्राईवेट लिमिटेड (M/s Vandana Farms & Resorts Private Limited) के डायरेक्टर विनोद कुमार राजपाल ने श्री कॉलोनाइजर्स एंड डेवलपर्स प्राईवेट लिमिटेड (Shree Colonizers And Developers Private Limited) और इसके डायरेक्टरों (directors) के खिलाफ शिकायतें दर्ज करायी थी.
आराेप लगाया था कि आरोपियों ने मिल कर उन्हें लखनऊ के सुल्तानपुर रोड स्थित सुशांत गोल्फ सिटी में एक होटल प्रॉपर्टी जिसका एफएसआई एरिया 107640 स्क्वायर फीट और आनुपातिक लैंड एरिया 4973.92 स्क्वायर फीट है, और एक रेसिडेंशियल एरिया जो कि एक लाख स्क्वायर फीट का है. उसे क्रमशः छह करोड़ 86 लाख 40 हजार और तीन करोड़ 93 लाख 60 हजार रुपये में बेचा था.
बाद में आरोपित कंपनी श्री कॉलोनाइजर्स एंड डेवलपर्स प्राईवेट लिमिटेड द्वारा 15 करोड़ रुपये लोन के बदले सिक्योरिटी के रूप में बैंक में रखे जाने का पता चला. दिए गए लोन के नॉन परफार्मिंग असेट (non-performing asset) हो जाने की स्थिति में बैंक ने उन प्रॉपर्टी पर कब्जा कर लिया था, जिसे आरोपियों ने धोखाधड़ी से पीड़ित शिकायतकर्ता को बेच कर 10 करोड़ रुपये की ठगी को अंजाम दिया. इस मामले में एसीपी(ACP) कपिल पराशर की देखरेख में एसआई(SI) विक्रम सिंह, कॉन्स्टेबल तेजपाल और कॉन्स्टेबल विकास काजल की टीम जांच में जुटी और कंपनी के तीन डायरेक्टरों को गिरफ्तार किया. अब टीम आगे की जांच में जुट गई है.
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