नई दिल्ली: कैमरों के जरिये ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने के मामलों को निपटाने के लिए आज दिल्ली में दो वर्चुअल कोर्ट का उद्घाटन किया गया. इसका उद्घाटन सुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने किया. जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा कि न्यायपालिका ई-गवर्नेस को अपनाएगी.
देश में 17 हजार वर्चुअल कोर्ट
जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा कि कोरोना के संकट में कोर्ट ने भी तकनीक को अपना लिया है. अब हम इस पर फोकस कर रहे हैं कि न्याय प्रणाली में तकनीक का कैसे बेहतर इस्तेमाल हो. जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा कि वर्चुअल कोर्ट के आज शुरु होने के दस मिनट के अंदर 95 हजार रुपये ट्रैफिक चालान के रूप में जमा किए गए.
उन्होंने कहा कि ये तकनीकी दूसरे राज्यों की कोर्ट भी अपना रही है. देशभर में 17 हजार वर्चुअल कोर्ट स्थापित किए गए हैं. उन्होंने कहा कि तकनीक का इस्तेमाल चेक बाउंस के मामलों को निपटाने में भी किया जा सकता है. उन्होंने बताया कि कोर्ट में ई-गवर्नेस को आगे बढ़ाने में वकीलों की भी बड़ी भूमिका है.
389 ट्रैफिक कैमरे लगाए गए
उद्घाटन कार्यक्रम वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये किया गया. इस मौके पर दिल्ली हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस ने कहा कि अगर कोई वर्चुअल कोर्ट के ट्रैफिक चालान से संतुष्ट नहीं है, तो वो कोर्ट भी आ सकता है. उन्होंने कहा कि पूरी दिल्ली में 389 ट्रैफिक कैमरे लगाए गए हैं. अगर कैमरों की संख्या बढ़ेगी तो वर्चुअल कोर्ट की संख्या भी बढ़ेगी.
89 करोड़ से ज्यादा रुपये वसूले
इस मौके पर दिल्ली हाईकोर्ट की आईटी कमेटी के प्रमुख जस्टिस राजीव शकधर ने कहा कि दिल्ली में जब से वर्चुअल कोर्ट की स्थापना की गई है तब से 7,32,061 ट्रैफिक केसों का निपटारा किया गया है. ट्रैफिक फाईन के रुप में 89,54,66,712 रुपये वसूले जा चुके हैं. वर्चुअल कोर्ट में एक ही जज सभी केसों का निस्तारण करते हैं. पिछले साल से एक वर्चुअल ट्रैफिक कोर्ट शुरू किया गया था.
कई जज हुए शामिल
इस कार्यक्रम में सुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस संजय किशन कौल, जस्टिस संजीव खन्ना, जस्टिस एस रविंद्र भट्ट के अलावा दिल्ली हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस डीएन पटेल, हाईकोर्ट के आईटी कमेटी के चेयरमैन जस्टिस राजीव शकधर, जस्टिस संजीव सचदेवा, जस्टिस प्रतिभा सिंह और जस्टिस नवीन चावला उपस्थित थे.