नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजियाबाद में एक युवक की मौत के मामले में मृतक के परिवार वाले पुलिस पर सवाल उठा रहे हैं. दरअसल, पुलिस को एक युवक के बारे में एक शिकायत मिली थी, जिसे पुलिस ने हिरासत में लिया था. लेकिन आरोप है कि युवक को पुलिस की गाड़ी की जगह स्विफ्ट गाड़ी में पुलिस वाले लेकर गए थे. इसी दौरान युवक की मौत हो गई. पुलिस का कहना है कि युवक के खिलाफ शिकायती पत्र मिला था, जिसको पूछताछ के लिए गाड़ी से थाने ले जाया जा रहा था और रास्ते में एक्सीडेंट हो जाने से युवक की मौत हुई है. लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. वहीं, परिवार वाले इसे एक्सीडेंट नहीं मान रहे हैं.
परिजन थाने के बाहर मांग रहे इंसाफ: मामला गाजियाबाद के विजयनगर इलाके का है, जहां के रहने वाले दिलशाद नाम के युवक की मौत हुई है. दिलशाद की उम्र 32 वर्ष थी और वह ड्राई क्लीनर था. बताया जा रहा है कि वह विजय नगर और इंदिरापुरम की एक पुलिस चौकी के पुलिसकर्मियों की वर्दी भी ड्राई क्लीन करता था. आरोप है कि उसे सोमवार को किसी पुलिसकर्मी ने ड्राई क्लीन हुई वर्दी के साथ बुलाया था.
इसके बाद उसका कुछ पता नहीं चला. बाद में उसकी मौत की खबर आई. परिवार को पता चला कि एक स्विफ्ट गाड़ी में पुलिसकर्मियों से लेकर गए थे, जहां उसकी मौत हो गई. परिवार वाले विजय नगर थाने पहुंचे और इंसाफ की मांग करने लगे. मृतक के परिजन लगातार आरोप लगा रहे हैं कि यह एक्सीडेंट का मामला नहीं है.
पुलिस ने दी यह जानकारी: पुलिस ने इस मामले में जानकारी दी है. पुलिस का कहना है कि थाना विजय नगर पर दिलशाद खान के खिलाफ एक शिकायत मिली थी. उनको पूछताछ के लिए जिस गाड़ी में ले जा रहे थे उस गाड़ी का एक ट्रक से एक्सीडेंट हो गया. हॉस्पिटल लेकर जाने पर डॉक्टरों ने दिलशाद को मृत घोषित कर दिया. इस मामले में ट्रक चालक व हेल्पर को गिरफ्तार कर लिया गया है. मामले में आगे की वैधानिक कार्रवाई की जा रही है. उधर परिवार वाले कह रहे हैं कि जिस स्विफ्ट गाड़ी का पुलिस जिक्र कर रही है, उस पर खून का एक भी निशान नहीं है.
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