नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा: ग्रेटर नोएडा के दनकौर थाना क्षेत्र में पुलिस की प्रताड़ना से परेशान एक महिला ने बीते मंगलवार को आत्महत्या कर ली थी. इसके बाद महिला के परिजनों ने शव को दनकौर कोतवाली में रखकर हंगामा किया था और प्रताड़ित करने वाले दरोगा को निलंबित करने की मांग की थी. हंगामे के दौरान मौके पर पहुंचे पुलिस के अधिकारियों ने कार्रवाई का आश्वासन दिया था, जिसके बाद पीड़ित परिवार ने महिला के शव का अंतिम संस्कार किया. इस मामले में शुक्रवार को अधिकारियों ने कार्रवाई करते हुए महिला को प्रताड़ित करने वाले दरोगा राम भजन सिंह को निलंबित कर दिया है.
यह था मामला: दरअसल दनकौर कोतवाली में एक महिला के खिलाफ उसकी रिश्तेदार ने कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज कराया था. उसने महिला और उसके पति समेत चार लोगों के खिलाफ पॉक्सो एक्ट के अंतर्गत मुकदमा दर्ज कराया था. अदालत के आदेश पर पोक्सो एक्ट की धाराओं में यह मामला दर्ज हुआ था, जिसकी विवेचना दनकौर कोतवाली के उपनिरीक्षक दरोगा राम भजन सिंह कर रहे थे.
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मृतक मोनी के परिजनों ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए बताया कि मामले की जांच कर रहे दरोगा राम भजन सिंह ने उसको प्रताड़ित करते हुए जांच के नाम पर पांच लाख रुपए की मांग की. इसके बाद महिला ने अपने जेवर गिरवी रखकर दो लाख रुपये दिए.इसके बावजूद आरोपी दरोगा उस पर तीन लाख रुपये और देने का दबाव बना रहा था. इस प्रताड़ना से तंग आकर उसने बीते मंगलवार को आत्महत्या कर ली थी. अब दरोगा को सस्पेंड करने के बाद पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है. अगर कोई और भी व्यक्ति दोषी पाया गया तो उसके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी.
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