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Ghaziabad Road Accident: बच सकती थी पूरे परिवार की जान, गलत दिशा में 8 किमी तक दौड़ती रही मौत की बस

बस चालक और ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की लापरवाही ने एक हंसते-खेलते परिवार को उजाड़ दिया. पीड़ित परिवार के परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है. इस घटना के बारे में जिसने भी सुना उसके रोंगटे खड़े हो गए. सीसीटीवी फुटेज का वीडियो भी दिल दहला देने वाला है.

बच सकती थी पूरे परिवार की जान
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Published : Jul 11, 2023, 1:04 PM IST

Updated : Jul 11, 2023, 6:48 PM IST

बच सकती थी पूरे परिवार की जान

नई दिल्ली/गाजियाबाद: दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर सड़क हादसे में एक ही परिवार के 6 लोगों की मौत के बाद कई सवाल खड़े हो रहे हैं. सवाल है कि इतने हाई प्रोफाइल और सेफ्टी एक्सप्रेस वे पर एक खाली स्कूल बस गलत साइड पर कैसे चल रही थी? ट्रैफिक एडीसीपी का कहना है कि बस चालक करीब आठ किलोमीटर से बस को गलत दिशा में लेकर आ रहा था. सवाल उठता है कि बस वाला इतनी बड़ी गलती कर रहा था उस वक्त ट्रैफिक पुलिस क्या कर रही थी ? बस को 8 किमी आगे तक कैसे और क्यों जाने दिया गया ? बता दें, बस चालक ने 100 किलोमीटर प्रति घंटा वाली लेन में रॉन्ग साइड से गाड़ी दौड़ाई, जिसकी वजह से यह हादसा हुआ.

हादसे का असली जिम्मेदार कौन: सीसीटीवी वीडियो से साफ हुआ कि बस गलत दिशा से आ रही थी. मेरठ के मवाना का रहने वाला परिवार खाटू श्याम जी के दर्शन के लिए दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे से दिल्ली की तरफ बढ़ रहा था. इसी दौरान तेज रफ्तार से चल रही टीयूवी गाड़ी के सामने अचानक खाली स्कूल बस दौड़ती हुई आ गई और दोनों के बीच टक्कर हो गई. किसी ने सोचा नहीं था कि मौजूद लेन पर गलत दिशा से कोई बस भी आ सकती है. हर वक्त यहां पर ट्रैफिक पुलिस होने का दावा किया जाता है. ऐसे में सवाल है कि इसका क्या बस चालक अकेला इसके लिए जिम्मेदार है ? क्या मामले में उन लोगों पर कार्रवाई नहीं होनी चाहिए, जिन्होंने बस वाले को इतनी बड़ी गलती करने से नहीं रोका?

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एक ही परिवार के 6 लोगों की मौत: इस घटना में एक ही परिवार के 6 लोगों की मौत हुई है. मृतक के मामा ने बताया कि गाड़ी में कुल 8 लोग सवार थे. मरने वालों में 2 बच्चे भी शामिल है. जबकि 2 बच्चे अस्पताल में जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ रहे हैं. मृतकों के नाम नरेंद्र, धर्मेंद्र, अनीता, दीपांशु, हिमांशु और वंशिका है.

पहले भी हुई कार्रवाई, मगर नहीं साबित हुई नजीर: इस एक्सप्रेसवे पर पहले भी गलत दिशा में जाने की वजह से कई हादसे हुए हैं. पुलिस ने करीब 3 महीने पहले एक अभियान चलाकर यहां अलग-अलग लोगों के चालान किए थे. लाखों रुपए चालान की वसूली और सख्ती के बाद भी इस एक्सप्रेसवे पर रॉन्ग साइड चलने वालों की कमी नहीं है. पिछले साल के आंकड़े बताते हैं कि करीब डेढ़ दर्जन लोग गलत दिशा में आने की वजह से हादसे का शिकार हुए हैं.

ये भी पढ़ें: हरियाणा: गुरुग्राम में कैंटर ने सेंट्रो कार को पीछे से मारी टक्कर, एक ही परिवार के चार लोगों की मौत, 5 घायल

मेरठ रोड पर कावड़ यात्रा के चलते डायवर्ट: फिलहाल की स्थिति की अगर बात करें तो मेरठ से आने वाला अधिकतर ट्रैफिक फिलहाल इस एक्सप्रेसवे यानी नेशनल हाईवे 9 से ही आ रहा है. मोदीनगर यानि मेरठ रोड की तरफ से ट्रैफिक को डायवर्ट किया जा रहा है क्योंकि इस पर कावड़ यात्रा चल रही है. फिलहाल भारी वाहन को ही डायवर्ट किया गया है, लेकिन अगले 2 दिनों में छोटे वाहनों को लेकर भी नए दिशानिर्देश जारी हो जाएंगे. कुल मिलाकर इस एक्सप्रेसवे पर इस समय वाहनों का दबाव काफी ज्यादा है. ऐसे में होने वाली छोटी सी गलती भी भयानक हादसे का सबब बन सकती है.

ये भी पढ़ें: गाजियाबाद: दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे पर भीषण सड़क हादसा, एक ही परिवार के छह लोगों की मौत

बच सकती थी पूरे परिवार की जान

नई दिल्ली/गाजियाबाद: दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर सड़क हादसे में एक ही परिवार के 6 लोगों की मौत के बाद कई सवाल खड़े हो रहे हैं. सवाल है कि इतने हाई प्रोफाइल और सेफ्टी एक्सप्रेस वे पर एक खाली स्कूल बस गलत साइड पर कैसे चल रही थी? ट्रैफिक एडीसीपी का कहना है कि बस चालक करीब आठ किलोमीटर से बस को गलत दिशा में लेकर आ रहा था. सवाल उठता है कि बस वाला इतनी बड़ी गलती कर रहा था उस वक्त ट्रैफिक पुलिस क्या कर रही थी ? बस को 8 किमी आगे तक कैसे और क्यों जाने दिया गया ? बता दें, बस चालक ने 100 किलोमीटर प्रति घंटा वाली लेन में रॉन्ग साइड से गाड़ी दौड़ाई, जिसकी वजह से यह हादसा हुआ.

हादसे का असली जिम्मेदार कौन: सीसीटीवी वीडियो से साफ हुआ कि बस गलत दिशा से आ रही थी. मेरठ के मवाना का रहने वाला परिवार खाटू श्याम जी के दर्शन के लिए दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे से दिल्ली की तरफ बढ़ रहा था. इसी दौरान तेज रफ्तार से चल रही टीयूवी गाड़ी के सामने अचानक खाली स्कूल बस दौड़ती हुई आ गई और दोनों के बीच टक्कर हो गई. किसी ने सोचा नहीं था कि मौजूद लेन पर गलत दिशा से कोई बस भी आ सकती है. हर वक्त यहां पर ट्रैफिक पुलिस होने का दावा किया जाता है. ऐसे में सवाल है कि इसका क्या बस चालक अकेला इसके लिए जिम्मेदार है ? क्या मामले में उन लोगों पर कार्रवाई नहीं होनी चाहिए, जिन्होंने बस वाले को इतनी बड़ी गलती करने से नहीं रोका?

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एक ही परिवार के 6 लोगों की मौत: इस घटना में एक ही परिवार के 6 लोगों की मौत हुई है. मृतक के मामा ने बताया कि गाड़ी में कुल 8 लोग सवार थे. मरने वालों में 2 बच्चे भी शामिल है. जबकि 2 बच्चे अस्पताल में जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ रहे हैं. मृतकों के नाम नरेंद्र, धर्मेंद्र, अनीता, दीपांशु, हिमांशु और वंशिका है.

पहले भी हुई कार्रवाई, मगर नहीं साबित हुई नजीर: इस एक्सप्रेसवे पर पहले भी गलत दिशा में जाने की वजह से कई हादसे हुए हैं. पुलिस ने करीब 3 महीने पहले एक अभियान चलाकर यहां अलग-अलग लोगों के चालान किए थे. लाखों रुपए चालान की वसूली और सख्ती के बाद भी इस एक्सप्रेसवे पर रॉन्ग साइड चलने वालों की कमी नहीं है. पिछले साल के आंकड़े बताते हैं कि करीब डेढ़ दर्जन लोग गलत दिशा में आने की वजह से हादसे का शिकार हुए हैं.

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मेरठ रोड पर कावड़ यात्रा के चलते डायवर्ट: फिलहाल की स्थिति की अगर बात करें तो मेरठ से आने वाला अधिकतर ट्रैफिक फिलहाल इस एक्सप्रेसवे यानी नेशनल हाईवे 9 से ही आ रहा है. मोदीनगर यानि मेरठ रोड की तरफ से ट्रैफिक को डायवर्ट किया जा रहा है क्योंकि इस पर कावड़ यात्रा चल रही है. फिलहाल भारी वाहन को ही डायवर्ट किया गया है, लेकिन अगले 2 दिनों में छोटे वाहनों को लेकर भी नए दिशानिर्देश जारी हो जाएंगे. कुल मिलाकर इस एक्सप्रेसवे पर इस समय वाहनों का दबाव काफी ज्यादा है. ऐसे में होने वाली छोटी सी गलती भी भयानक हादसे का सबब बन सकती है.

ये भी पढ़ें: गाजियाबाद: दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे पर भीषण सड़क हादसा, एक ही परिवार के छह लोगों की मौत

Last Updated : Jul 11, 2023, 6:48 PM IST
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