नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजियाबाद में शुक्रवार को उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के सदस्य सचिव संजय सिंह द्वारा जिला कारागार डासना का औचक निरीक्षण किया (surprise inspection of district Jail ghaziabad) गया. इस दौरान मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट नूतन द्विवेदी और अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट निष्चल सिंह भी मौजूद रहे. सदस्य सचिव द्वारा जिला कारागार में निरूद्ध बंदियों के जीवन को संवारने के लिए किए जा रहे प्रशिक्षणों का जायजा लिया गया और जेल अधीक्षक को निर्देशित किया गया कि निरूद्ध बंदियों को इस प्रकार के प्रशिक्षण दिए जाएं ताकि वह कारागार से रिहा होने के बाद सम्मानजनक और गरिमापूर्ण जीवन व्यतीत कर सकें.
निरीक्षण के दौरान जेल अधीक्षक द्वारा बताया गया कि कारागार में निरूद्ध बंदियों को सिलाई-कढ़ाई एवं बुनाई आदि चीजों का प्रशिक्षण दिया जाता है. सदस्य सचिव द्वारा कारागार में निरूद्ध बंदियों और पराविधिक स्वयं सेवकों से बातचीत की गई और उनकी समस्याओं को सुना गया. इस दौरान उन्होंने जिला कारागार के पाकशाला और चिकित्सालय का निरीक्षण भी किया. साथ ही चिकित्सालय में मानसिक रोगी बंदियों का उपचार विशेषज्ञ डाक्टरों के द्वारा कराए जाने के निर्देश दिए और जिला कारागार में मानसिक रोगी बंदियों की जांच व उपचार न हो पाने की स्थिति में विशेषज्ञ चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराए जाने के भी निर्देश दिए.
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बंदियों को दिया जाए पौष्टिक भोजन: पाकशाला का जायजा लेते हुए सदस्य सचिव द्वारा कारागार अधीक्षक को निर्देशित किया गया कि रोगी बंदियों के साथ-साथ सामान्य बंदियों को भी पौष्टिक और गुणवत्तायुक्त भोजन दिया जाए. जिला करागार में बंदियों को हस्तकला से संबंधित प्रशिक्षण भी दिए जा रहे हैं, जिसके संबंध में सदस्य सचिव द्वारा जेल अधीक्षक को निर्देशित किया गया कि बंदियों के द्वारा हस्त निर्मित वस्तुओं और कपड़ों को हस्तकला के बाजार में विक्रय हेतु प्रेषित करें, जिससे बंदियों को उनकी मेहनत का उचित मूल्य प्राप्त हो सके.
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