नई दिल्ली: पूर्वी दिल्ली के मयूर विहार फेज 3 स्थित एसएफएस फ्लैट में एक युवती की लाश संदिग्ध हालत में मिली. वह निजी स्कूल में पढ़ाने वाली शिक्षिका के यहां डोमेस्टिक हेल्प के तौर पर काम करती थी. गाजीपुर थाना पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल में भेजा और पूरे मामले की जांच शुरू की. लड़की का शव टीचर के फ्लैट से ही बरामद हुआ है. उसके परिजनों ने सोमवार को एसएफएस फ्लैट के पास इकट्ठा होकर विरोध जताया और उसकी मौत के लिए स्कूल टीचर को जिम्मेदार ठहराया.
लड़की मूल रूप से यूपी के हरदोई की रहने वाली है. पूर्वी दिल्ली जिला की डीसीपी अमृथा गुगुलोथ ने बताया कि शनिवार सुबह 6:20 पर गाजीपुर थाने में एक लड़की की आत्महत्या करने की सूचना मिली. इस पर गाजीपुर थाना पुलिस की टीम मयूर विहार फेस 3 के एसएफएस फ्लैट में पहुंची. जहां लड़की का शव मिला. क्राइम टीम और फोरेंसिक टीम को कमरे की तलाशी लेने पर मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला. शव को लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल के मोर्चरी में भिजवाकर घटना की सूचना परिजनों को दी गई.
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पुलिस कर रही है जांचः डीसीपी ने बताया कि लड़की के परिजनों ने उसकी मौत के लिए टीचर को जिम्मेदार ठहराया है. जिसके यहां वह काम कर रही थी. उसकी मां की शिकायत पर आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज कर लिया गया है और आगे की कार्रवाई शुरू की गई है. मां ने बताया कि उनकी बेटी 2 साल से स्कूल टीचर के घर रहकर काम कर रही थी. उसकी मौत के लिए उसकी मालकिन ही जिम्मेदार है.
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