नई दिल्ली: पूर्वी दिल्ली की अलग-अलग रामलीला कमेटियों की तरफ से आयोजित रामलीला मंचन (Ramlila organized in Delhi) में भगवान श्री राम का लंका से अयोध्या आगमन, राजतिलक और भरत मिलाप के मंचन के साथ ही रामलीला का समापन हो गया. मंचन के आखिरी दिन कमेटियों की तरफ से रामलीला के आयोजन में अपना योगदान देने वाले कलाकारों, पदाधिकारियों और सुरक्षा-व्यवस्था से जुड़े लोगों को प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित किया गया.
श्री रामलीला कमेटी इंद्रप्रस्थ, बालाजी रामलीला कमेटी पंजीकृत, भव्य रामलीला सोसायटी पंजीकृत और श्री हनुमंत धार्मिक रामलीला कमेटी पंजीकृत द्वारा आयोजित रामलीलाओं में कलाकारों ने श्री राम का लंका से अयोध्या वापसी, उनके राजतिलक और भरत मिलाप का मंचन किया गया. श्री राम के अयोध्या वापसी और उनके राजतिलक पर जनता ने आतिशबाजी की और मंगल गीत गाए.
पूर्वी दिल्ली की चारों कमेटियों की तरफ 11 दिनों तक चले रामलीला का आयोजन किया गया. मंचन के आखिरी दिन जिन कलाकारों ने अभिनय किया उन्हें प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित किया गया. इसके अतिरिक्त इस दौरान सुरक्षा-व्यवस्था से जुड़े लोगों को भी सम्मानित किया गया. इस दौरान सभी कमेटियों के पदाधिकारी मौजूद रहे.
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इससे पहले बुधवार को बुराई पर अच्छाई और अधर्म पर धर्म की विजय का प्रतीक, विजयादशमी का पर्व देश भर में बहुत धूमधाम से मनाया गया. दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में भी इस दौरान रावण, कुंभकरण और मेघनाथ के पुतलों का दहन किया गया. पूर्वी दिल्ली के आइपी एक्सटेंशन के उत्सव ग्राउंड में आयोजित रामलीला में रावण, कुंभकरण मेघनाथ के साथ ही ट्विन टावर का भी पुतला दहन किया गया. रामलीला मंचन के दौरान रावण वध का अद्भुत दृश्य देख भारी संख्या में मौजूद दर्शकों ने जय सिया राम का उद्घोष किया.
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