नई दिल्ली: आजकल दिल की बीमारियों से ग्रसित होने इस बात पर निर्भर नहीं करता कि आपकी उम्र क्या है. इससे लोगों की चिंता बढ़ गई है. हैरानी की बात यह है कि युवा इस बीमारी की चपेट में अधिक आ रहे हैं. इस बीमारी की क्या वजह है कि और इससे कैसे बचें, इस पर हार्ट स्पेशलिस्ट डॉ. आर.एन. कालरा ने प्रकाश डाला.
उन्होंने कहा कि अब तो 19 साल के युवा भी इस बीमारी की चपेट में आ जा रहे हैं. यह बेहद खतरनाक है. हार्ट अटैक का सबसे बड़ा कारण है टेंशन. आजकल की यंग जनरेशन बहुत ही कम समय में करियर में अधिक से अधिक ग्रोथ चाहती है, जिसके चलते उन्हें कई तरह की टेंशन होती है. इसके साथ धूम्रपान करना भी आजकल ट्रेंड बन गया है जो इस बीमारी की दूसरी सबसे बड़ी वजह है. इसके अलावा खान पान और कम सोने की आदत भी इस बीमारी की वजहों में से एक है. हालांकि, कुछ मामलों में यह जेनेटिक भी होती है. अगर परिवार के किसी सदस्य को यह बीमारी हुई हो तो उसे अधिक सावधानी बरती चाहिए.
उन्होंने कहा कि व्यक्ति को हर साल ट्रेडमिल टेस्ट, स्ट्रेस इको टेस्ट और लिपिड प्रोफाइल टेस्ट जरूर करना चाहिए. इसके माध्यम से यह पता चल जाता है कि आपका दिल कितना स्वस्थ है. साथ ही लोगों को किसी भी तरह का धूम्रपान करने से बचना चाहिए और व्यायाम कर के अपना वजन कंट्रोल रखना चाहिए. वहीं अगर किसी को मधुमेह या रक्तचाप की बीमारी है तो उसे नियंत्रण में रखने के लिए सभी जरूरी उपाय करने चाहिए. ऐसा करने से दिल की बीमारियों का खतरा कम हो जाता है.
डॉक्टर कालरा ने सलाह दी कि जिन लोगों को पहले से ही दिल की बीमारी है उन्हें गर्मी के दिनों में अपना खास ख्याल रखने की जरूरत है. ऐसे लोगों को गर्मी से बचकर रहना चाहिए ठंडी चीजों का सेवन करना चाहिए. साथ ही बाहर निकलने से पहले हल्के रंग के कपड़े पहनकर और छात्रा लेकर निकलना चाहिए. साथ ही गाढ़े रंगों के कपड़ों को पहनने से बचना चाहिए.
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