नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा: पुरानी रंजिश के चलते अपहरण कर हत्या करने वाले सात आरोपियों को ग्रेटर नोएडा पुलिस ने गिरफ्तार किया है. एडीसीपी सेंट्रल डॉ राजीव दीक्षित ने बताया कि मृतक दीपक के गायब होने के बाद उसकी पत्नी ने सूरजपुर थाने पर बीते 8 अगस्त को गुमशुदा की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. वहीं, 10 अगस्त को दीपक के पिता ने थाने में आरोपी गौरव उर्फ पोपाया, अनिल उर्फ चील व सन्नी के खिलाफ लिखित तहरीर दी. जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज किया और मृतक की तलाश शुरू की थी.
पुलिस को इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस वह मैन्युअल इंटेलिजेंस की मदद से 12 अगस्त को टूटी सड़क के पास से आरोपियों को गिरफ्तार किया. इसके साथ ही पुलिस ने घटना में प्रयोग की गई वैगनआर कार को भी बरामद कर लिया. पूछताछ के बाद आरोपियों की निशानदेही पर मृतक दीपक की मोटरसाइकिल मोबाइल फोन व दो चाकू पुलिस ने बरामद किया. आरोपितों की पहचान गौरव उर्फ पोपाया, अनिल उर्फ चील, गोल्डी उर्फ उदयराज, रोकी, रबूपुरा थाने के निलोनी गांव निवासी सन्नी को गिरफ्तार किया है. वहीं, इस वारदात में शामिल दो अन्य बाल अपचारियों को पुलिस ने अभिरक्षा में लिया है.
पूरी वारदात की कहानी: मृतक दीपक और आरोपी गौरव उर्फ पोपाया अच्छे दोस्त थे. दोनों में पैसे के लेनदेन को लेकर विवाद हो गया. अनिल उर्फ चील की मृतक दीपक से पुरानी रंजिश चल रही थी, जिसके चलते अनिल और गौरव ने अपने कई साथियों के साथ मिलकर हत्या की योजना बनाई. उसके बाद गौरव ने साथियों के साथ मिलकर मृतक दीपक को कस्बा सूरजपुर स्थित बारात घर में बुलाया, जहां पर उसकी हत्या कर दी. शव को वेगनआर कार में रखकर मथुरा स्थित हसनपुर नहर में फेंक दिया गया. मृतक दीपक की मोटरसाइकिल तथा मोबाइल को अलग-अलग स्थान पर पहचान छुपाने के लिए फेंक दिया.
दिल्ली पुलिस ने शातिर चोर को पकड़ा: चोरों के हौसले इस कदर बुलंद है कि शिक्षा के मंदिरों में भी चोरी करने से बाज नहीं आ रहे हैं. ताजा मामला उत्तर पूर्वी दिल्ली के थाना गोकुलपुरी इलाके से सामने आया है. यहां पर चोरों ने गोकुलपुरी के गंगा विहार के एक स्कूल में चोरी की घटना को अंजाम दिया. चोरों ने स्कूल के कैश काउंटर में तोड़फोड़ की और नकदी और दस्तावेज चुरा कर फरार हो गए. पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू की.
पुलिस ने टीम गठित कर सीसीटीवी कैमरा का विश्लेषण किया और खुफिया जानकारी इकट्ठा कर दो संदिग्धों की पहचान की. छापेमारी के दौरान दोनों आरोपी को गिरफ्तार करने में पुलिस ने सफलता हासिल की. आरोपियों की पहचान धर्मेंद्र उर्फ रिंकू और अमित के रूप में की गई. पुलिस ने इन दोनों के कब्जे से 13800 और स्कूल के दस्तावेज भी बरामद कर लिए. डीसीपी डॉक्टर जाय टिर्की के अनुसार यह दोनों गोकलपुरी थाना क्षेत्र के बीसी हैं. इस पर हत्या के प्रयास, स्नैचिंग, डकैती, चोरी और हत्यार अधिनियम के 50 से अधिक मामले दर्ज है. फिलहाल पुलिस ने दोनो गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है और आगे की कार्रवाई में जुट गई है.