नई दिल्ली/नोएडा: नोएडा सेक्टर-57 स्थित फ्लिपकार्ट कंपनी से लाखों रुपये और सामान चोरी कर फरार होने वाले कैशियर और उसके साथियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. तीनों आरोपियों को पुलिस ने मंगलवार को सेक्टर-58 थाने से गिरफ्तार किया. कंपनी के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज से आरोपियों की पहचान की गई थी. इनके पास से पुलिस ने चार लाख पांच हजार 230 रुपये नगद और सिपमेंट बॉक्स बरामद किए. आरोपियों ने ऑनलाइन डिलीवरी ऑर्डर का सामान भी चोरी किया था. आरोपियों की पहचान बिसरख निवासी सिकेश, रविंद्र यादव व देवरिया निवासी अंकित कुमार के रूप में हुई है. सिकेश कंपनी में कैशियर है.
ये है मामला: थाना प्रभारी ने बताया कि बीते दिनों फ्लिपकार्ट कंपनी के हब इंचार्ज प्रदीप कुमार यादव ने थाने में शिकायत दर्ज करते हुए कहा कि कि एक अक्टूबर की रात को कंपनी के कर्मचारी नवीन और दीपक ऑफिस का ताला लगाकर चले गए थे. रात की शिफ्ट में काम करने के लिए कर्मचारी अतुल मितरंजन और राजू जब ऑफिस पहुंचे तो उन्हें शटर खुला हुआ मिला. अंदर जाकर चेक करने पर पता चला कि लॉकर में रखा दो दिन का कैश समेत अन्य सामान गायब है. इसमें शुरू से ही कंपनी के किसी कर्मचारी की संलिप्तता की बात कही जा रही थी.
पुलिस ने जब कंपनी के अंदर और बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज देखी तो मास्क और हेलमेट लगाकर दो युवक कंपनी के बाहर आए और उन्होंने ही चोरी की घटना को अंजाम दिया. बाइक के नंबर के आधार पर पुलिस आरोपियों तक पहुंची तो सामने आया कि कैशियर ने दोनों युवकों को चाबी और लॉकर का कोड उपलब्ध कराकर अंदर भेजा था. कैशियर भी कंपनी से थोड़ी दूर पर खड़ा था. वारदात के बाद तीनों एक ही बाइक से भाग गए. घटना के बाद से ही आरोपी कैशियर नौकरी पर नहीं आ रहा था.
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लालच से की चोरी: आरोपी सिकेश ने पूछताछ के दौरान पुलिस को बताया कि वह फ्लिपकार्ट कंपनी मे नौकरी करता है. टीम लीडर होने के कारण कैश संबंधी सारे काम वही देखता है. रविवार को दो दिन का कैश एकत्र हो जाता है. कंपनी मे लॉकर का कोड ज्यादातर लडकों के पास होता है,इसलिए उसे लालच आ गया. सिकेश ने अपने दोस्त रविंद्र यादव व अंकित कुमार को भी लालच देकर एक अक्टूबर को कंपनी के बाहर बुलाया और चाबी और कोड देकर वारदात करा दी. सिकेश को लग रहा था कि मास्क और हेलमेट लगाकर अगर दोनों युवक अंदर गए तो पुलिस भी नहीं पकड़ी जाएगी. बाइक भी उसी ने दोनों युवकों को उपलब्ध कराई है.
पूछताछ में आरोपी कैशियर ने बताया कि उसके उसके ऊपर कई लाख रुपये का कर्ज था. काफी प्रयास के बाद भी वह कर्ज को कम नहीं कर पा रहा था. ऐसे में उसने अपनी ही कंपनी में चोरी करवाने का खाका तैयार किया. इसमें आधा पैसा कैशियर को जबकि बाकी का आधा दो अन्य दोस्तों को मिलने वाला था. चोरी की कुछ रकम आरोपियों ने खर्च भी कर दी है. कंपनी प्रबंधन भी जल्द ही आरोपी कैशियर के खिलाफ कार्रवाई करेगी.
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