नई दिल्ली: कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए देश में लागू लॉकडाउन के बावजूद हजारों लोग सड़कों पर हैं. इन लोगों का आरोप है कि सरकार ने शराब की व्यवस्था तो कर दी, लेकिन उन्हें घर पहुंचाने के कोई इंतजाम नहीं किए. जिस इंतजाम के दावे सरकार कर रही है, वह नाम मात्र का ही है.
रोजाना दर-दर भटकने वाले ये मजबूर लोग दिल्ली के आनंद विहार इालके में सैंकड़ों की संख्या में पहुंच रहे हैं. बस इनकी उम्मीद होती हैं कि आज उन्हें घर जाने के लिए बस या ट्रेन मिल जाए, लेकिन मायूसी ही इनके हाथ लग रही हैं.
वहीं लॉकडाउन के अंतिम हफ्ते में भी आनंद विहार से बस और ट्रेन का परिचालन नहीं किया गया है. लेकिन सोशल मीडिया पर फैली अफवाह की वजह से लोग आनंद विहार इस उम्मीद से पहुंच रहे हैं कि उन्हें घर जाने के लिए गाड़ी मिल जाएगी.
साइट पर कराया रजिस्ट्रेशन
आनंद विहार में पहुंचे ऐसे ही एक परिवार से ईटीवी भारत की टीम ने बातचीत की तो परिवार के सदस्य ने बताया कि उन्हे सोशल मीडिया से यह जानकारी मिली थी कि आनंद विहार बॉर्डर से उन्हें यूपी के मिर्जापुर जाने के लिए गाड़ी मिल जाएगी.
परिवार का कहना है कि उन्होंने सरकारी साइट पर रजिस्ट्रेशन भी कराया है, लेकिन उन्हें भेजने की कोई व्यवस्था नहीं की गई ना ही कोई जवाब आया.
परिवार के सदस्य का कहना है कि सरकार ने शराब की दुकानें तो खोल दी, जहां हजारों की संख्या में भीड़ शराब खरीदने के लिए पहुंच रही है. लेकिन दिल्ली में फंसे लोगों के घर जाने के लिए कोई व्यवस्था सरकार की तरफ से नहीं की गई है.
लोगों ने बताया कि कई ऐसे लोग हैं, जो भूखे-प्यासे घर जाने को लेकर सड़क पर भटकने को मजबूर हैं. सरकार ऐसे लोगों के लिए गाड़ी की व्यवस्था करें ताकि वह अपने गंतव्य तक जा सके.