नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा: पाकिस्तानी महिला और उसके प्रेमी सचिन और पिता नेत्रपाल को जिला न्यायालय से जमानत मिल गई है. हालांकि अभी भी महिला एक पहेली बनी हुई है कि वह सिर्फ सचिन से प्यार में पाकिस्तान से नोएडा पहुंची है या प्यार की आड़ में कोई षड्यंत्र है. पुलिस और केंद्रीय जांच एजेंसियां अभी तक तहकीकात में जुटी हुई है, लेकिन वह ऐसी किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंची है. वहीं महिला अभी भी पबजी से संपर्क के बाद सचिन से शादी करने की बात पर अड़ी हुई है.
दरअसल, शुक्रवार को कोर्ट ने पाकिस्तानी महिला, उसके प्रेमी सचिन और पिता नेत्रपाल को पता न बदलने और देश न छोड़ने की शर्त पर जमानत दे दी. जिला सिविल कोर्ट के जूनियर डिवीजन न्यायाधीश नाजिम अकबर ने इन्हें जमानत दी है. सचिन के वकील ने बताया कि मार्च में महिला और सचिन ने नेपाल के पशुपतिनाथ मंदिर में शादी की थी. शादी के बाद महिला पाकिस्तान नहीं जाना चाहती थी, इसलिए वह पाकिस्तान के कराची से नेपाल होते हुए भारत पहुंची और फिर सचिन के पास रबूपुरा पहुंच गई. वह अपने चार बच्चों के साथ सचिन के पास ही रहना चाहती है.
यह है पूरा मामला
पाकिस्तान के कराची निवासी महिला और रबूपुरा के सचिन के बीच पबजी गेम खेलने के दौरान जान-पहचान हुई. वीडियो कॉलिंग के जरिए नजदीकियां बढ़ने लगी और फिर नजदीकियां प्यार में बदल गई. इसके बाद महिला और सचिन ने मिलने की योजना बनाई. दोनों नेपाल में एक होटल में मिले और वहीं पर 7 दिनों तक दोनों एक साथ रहे और फिर महिला पाकिस्तान चली गई और सचिन वापस भारत आ गया.
इसके बाद 13 मई को महिला पाकिस्तान से नेपाल के रास्ते सचिन के पास रबूपुरा पहुंची, जिसके बाद वह रबूपुरा में अंबेडकर नगर मोहल्ले में किराए के मकान में रहने लगी. तभी पुलिस को पता चल गया और सूचना मिलते ही पुलिस उसको तलाश करने लगी. इसके बाद महिला अपने बच्चों और प्रेमी के साथ रबूपुरा से फरार हो गई. नोएडा पुलिस ने हरियाणा के बल्लमगढ़ से सभी को गिरफ्तार किया, जिसके बाद महिला, उसके प्रेमी सचिन और उसके पिता नेत्रपाल को पुलिस ने जेल भेज दिया.
पुलिस का शक अभी भी बरकरार
महिला ने पुलिस को पूछताछ में कोई ज्यादा जानकारी नहीं थी और उसके द्वारा जो जानकारी दी गई है, उनकी पुष्टि नहीं हो पाई. पुलिस और जांच एजेंसियां अभी भी जांच में जुटी हुई है. इसी बीच महिला और उसके पति सहित सभी को जमानत मिल गई है.
इन सवालों के जवाब हैं अनसुलझे
- पाकिस्तानी महिला जब भारत आईं तो वह कराची से नेपाल के रास्ते आई, लेकिन नेपाल में उसने पाकिस्तानी सिम का प्रयोग नहीं किया, बल्कि नेपाल से एक सिम खरीदी और फिर मोबाइल में डालने के बाद व्हाट्सएप कॉलिंग के द्वारा सचिन से संपर्क किया.
- सीमा के पास से पुलिस को जो टूटा हुआ मोबाइल फोन बरामद हुआ है, आखिर वह फोन कैसे टूट गया? उसकी वजह भी सीमा पुलिस को सही तरीके से नहीं बता पाई है. पुलिस उसका डाटा रिकवर करने में जुटी हुई है.
- वहीं, अपनी पहचान छुपाने के लिए उसने अपने फोन का प्रयोग ना करते हुए बस में अन्य लोगों से दो बार हॉटस्पॉट लेकर व्हाट्सएप पर सचिन से बात की, ताकि उसकी पहचान छुपाई जा सके. इस पर भी पुलिस का संदेह बढ़ रहा है.
- सीमा के द्वारा जो दस्तावेज पेश किए गए हैं, उनमें और उसके द्वारा जो मौखिक बताई गई है. उनके उम्र में काफी फर्क है. पासपोर्ट में बच्चों की उम्र और शादी को लेकर जो सीमा के द्वारा बताई गई है, वह आपस में मेल नहीं खा रही है.