नई दिल्ली/नोएडा: गौतम बुद्ध नगर का स्वास्थ्य विभाग कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए एलर्ट मोड पर आया है. शासन के निर्देश पर टेस्टिंग, ट्रेसिंग, ट्रीटमेंट, टीमवर्क और ट्रैकिंग पर जोर दिया जा रहा है. साथ ही कोविड क्लस्टर को चिह्नित करने का काम किया जा रहा है. सीएमओ डॉ सुनील कुमार का कहना है कि टेस्टिंग को बढ़ाया गया है और जिला अस्पताल में 1148 मरीजों की जांच की गई है. संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए जांच की संख्या बढ़ाई जाएगी.
सेक्टर 39 स्थित संयुक्त जिला अस्पताल की तीसरी मंजिल पर कोविड डेडिकेटेड वार्ड तैयार है. सीएमओ ने बताया कि जांच की रिपोर्ट लखनऊ भी भेजी जा रही है. रिपोर्ट आने पर उसकी निगरानी भी की जा रही है. कहा कि जनपद में कोविड-19 को लेकर बहुत ज्यादा पैनिक होने की जरूरत नहीं है. लेकिन लोग गाइडलाइंस का पालन जरूर करें.
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कोविड-19 महामारी को रोकने के लिए सरकार की तरफ से कहा जा रहा है कि लोग वैक्सीन लगवाएं लेकिन गौतम बुद्ध नगर जिले में 19 लाख लोग ऐसे हैं, जिन्हें बूस्टर डोज नहीं लग पाई है. जिले में वैक्सीन उपलब्ध नहीं है. वहीं इस बारे में सीएमओ सुनील कुमार कहना है कि जो चीज नहीं है, उसके लिए मैं कुछ कह नहीं सकता. यह प्रदेश सरकार का मामला है, जब वहां से वैक्सीन आएगी तब लोगों को लगाई जाएगी. इस मामले में अभी तक कोई गाइडलाइन नहीं है. अभी शासन की तरह से इतना कहा जा रहा है कि टेस्टिंग, ट्रेसिंग, ट्रीटमेंट और ट्रैकिंग पर जोर दिया जाए.
बीते 24 घंटों में कोरोना के 28 नए मामले सामने आए हैं जबकि 10 मरीज ठीक हुए हैं. कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या ने सेंचुरी का आंकड़ा पार कर लिया है. जिनमें से अधिकांश मरीजों असिम्प्टोमैटिक हैं, जिनमें लक्षण कम या दिखाई ही नहीं दे रहे है. कोरोना के 65 मरीज होम आइसोलेशन में हैं. किसी की भी हालत गंभीर नहीं है.
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