नई दिल्ली/नोएडाः कमिश्नरेट गौतमबुद्ध नगर पुलिस, एचसीएल फाउंडेशन और चेतना संस्था द्वारा संयुक्त रूप से अप्रैल 2020 में नन्हे परिंदे नाम से एक अनूठी पहल शुरू की गई, जिसका उद्देश्य शिक्षा से वंचित बच्चों को एक ऐसा सुरक्षित स्थान प्रदान करना है, जहां उन्हें वैकल्पिक शिक्षा प्रदान करते हुए औपचारिक शिक्षा प्रणाली से जोड़ा जा सके. आज पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह द्वारा पुलिस आयुक्त कार्यालय में नन्हे परिंदे के अंतर्गत वैकल्पिक शिक्षा से औपचारिक शिक्षा में प्रवेश पाने वाले बच्चों को ओपन बेसिक एजुकेशन प्रमाण पत्र और किताबें दी गईं. (Books given to children under Nanhe Parinde in Noida)
नन्हें परिंदे के तहत ट्रैफिक सिग्नल, पर्यटन स्थल, मार्केट में घूमने वाले, मजदूरी करने वाले बच्चों को मोबाइल वैन के माध्यम शिक्षा से जोड़ा जा रहा है, जिसमें बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के साथ खेलकूद, पौस्टिक आहार और स्वच्छ वातावरण उपलब्ध कराया जाता है. बुधवार को पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह द्वारा पुलिस आयुक्त कार्यालय सेक्टर 108 में नन्हे परिंदे के अंतर्गत वैकल्पिक शिक्षा से औपचारिक शिक्षा में प्रवेश पाने वाले बच्चों को ओपन बेसिक एजुकेशन प्रमाण पत्र वितरित किए और उन्हें आगे की पढ़ाई के लिए किताबें भी दी गई.
एचसीएल फाउंडेशन और चेतना संस्था के साथ मिलकर अगले तीन वर्षों के लिए इस मुहिम को बढ़ाया गया, जिसमें गौतमबुद्ध नगर पुलिस द्वारा हर तरीके से एचसीएल फाउंडेशन और चेतना संस्था का सहयोग किया जाएगा. इसमें दुर्बल वर्ग के बच्चों को अच्छी शिक्षा प्रदान करने के साथ ही सारी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी ताकि इन बच्चों को गलत दिशा में भटकने से बचाने और उन्हें अपने सपनों को पूरा करने एवं राष्ट्र निर्माण के एजेंडे में योगदान करने के लिए और अधिक सशक्त बनाया जा सके.