नई दिल्ली/नोएडा: नोएडा कोतवाली सेक्टर 39 पुलिस ने कार में लिफ्ट देकर बंधक बनाने व लूट करने वाले एक गिरोह के चार बदमाशों को गिरफ्तार किया गया है. बदमाशों की पहचान टीला मोड़, गाजियाबाद निवासी योगेंद्र प्रसाद, सोनू उर्फ अमित, अभि उर्फ रवि व अरुण के रूप में हुई है. अरुण को सोमवार को गिरफ्तार किया गया. जबकि, अन्य तीनों को रविवार को पुलिस मुठभेड़ में गिरफ्तार किया गया था. इन बदमाशों ने एक सप्ताह में चार घटनाओं को अंजाम दिया है.
इन आरोपियों ने 15 जनवरी को आईटी इंजीनियर जगन्नथान को सेक्टर-37 में लिफ्ट देकर बंधक बना आठ घंटे तक नोएडा- दिल्ली में घुमाया था. इस दौरान उनसे पांच लाख रुपये लूट लिए. उनके घर से खाते में पैसे मंगवाए गए और उनके खाते से इंस्टैंट लोन भी लिया. इसी तरह 16 जनवरी को आईटी कंपनी के कर्मचारी को बंधक बनाकर लूटपाट की गई थी. 22 जनवरी को सुधीर कुमार नामक युवक के साथ बंधक बनाकर लूट की गई थी. सुधीर को जब बंधक बनाकर बदमाश कार में घुमा रहे थे, तभी पुलिस ने रंगेहाथ सेक्टर-98 में मुठभेड़ के दौरान तीन बदमाशों को दबोच लिया.
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एडीसीपी नोएडा आशुतोष द्विवेदी ने बताया कि इस गिरोह में चार बदमाश हैं. सभी को गिरफ्तार कर लिया गया है. योगेंद्र इस गिरोह का मास्टरमाइंड है और इसकी ही सैलेरियो कार से वारदात को अंजाम दिया जाता था. योगेंद्र बीकॉम पास है और इसकी मां एक स्कूल में प्रिंसिपल हैं. गिरफ्तार आरोपी सुनील कार चलाता था और दो अन्य लोग सवारी के रूप में कार में बैठते थे.
कार में बंधक बनाकर ऑनलाइन वसूली गैंग का कार्यक्षेत्र यूपी, दिल्ली व हरियाणा राज्य तक है. आरोपी नोएडा, ग्रेटर नोएडा, दिल्ली, गाजियाबाद, गुरुग्राम से लेकर फरीदाबाद तक लोगों को बंधक बनाकर अपनी गाड़ी घुमाते हैं. इन आरोपियों के खिलाफ एक दर्जन से अधिक मुकदमें दर्ज हैं. पिछले कई महीनों से आरोपी इस तरह की घटनाओं को अंजाम दे रहे थे. नोएडा में ये आरोपी सेक्टर-37, परी चौक, सेक्टर-44, एडवंट के पास सक्रिय थे और यहीं से सवारी को लिफ्ट देने के नाम पर बैठाते और उनसे लूटपाट करते थे.
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