नई दिल्ली/नोएडा: नोएडा प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी लोकेश एम. ने नोएडा क्षेत्र के विभिन्न चौराहों पर भीख मांगने वाले बच्चों, निर्माण साइटों पर कार्यरत श्रमिकों के बच्चों व अन्य गरीब बच्चों को शिक्षा एवं अन्य सुविधाएं दिए जाने के संबंध में विभिन्न एनजीओ के साथ रणनीति बनाई है. इसमें नोएडा प्राधिकरण की ओर से इन गरीब बच्चों को शिक्षा देने व उनके भोजन आदि की व्यवस्था करने पर विचार किया जा रहा है.
इस रणनीति के तहत एनजीओ के माध्यम से विभिन्न चौराहों एवं बाजारों में भीख मांगने वाले बच्चों का सर्वे कर किया जाएगा. एनजीओ को इसका विवरण इकट्ठा करने के निर्देश दिए ताकि क्षेत्र के अनुसार उनकी शिक्षा एवं अन्य सुविधाओं के संबंध में स्थान का चयन किया जा सके.
भिक्षावृत्ति को लेकर प्राधिकरण गंभीर: नोएडा प्राधिकरण के सीईओ लोकेश एम ने भीख मांगने वाले बच्चों को शिक्षा व अन्य सुविधाएं दिए जाने पर गंभीरता जताई है. उन्होंने यह रणनीति बनाई है कि पुलिस की मदद से चौराहों से लेकर मार्केट तक भीख मांगने वाले बच्चे और उनके परिवार को चिह्नित किया जाए. साथ पुलिस की मदद से भिक्षावृत्ति पर भी रोक लगाई जाए. इसमें उन्होंने कुछ एनजीओ की मदद लेने की भी बात कही है. साथ ही इस पर भी रणनीति बनाई गई है कि किन स्थानों पर ऐसे बच्चों की देखरेख करने के साथ बेहतर शिक्षा भी दी जा सकती है.
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प्राधिकरण के सीईओ का कहना: प्राधिकरण के सीईओ ने कहा कि प्राधिकरण की तरफ से इस दिशा में जरूरी कदम उठाए जाएंगे, जिससे बच्चों की भिक्षावृत्ति पर रोक लगाई जा सके. इस संबंध में उन्होंने कहा कि इसके लिए शिक्षा विभाग, पुलिस प्रशासन और जिला प्रशासन का सहयोग लिया जाएगा.
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