नई दिल्ली: पूर्वी दिल्ली के मयूर विहार फेस वन मेट्रो स्टेशन के पास निर्माणाधीन एलिवेटेड रोड से गिरकर कार सवार की मौत के बाद नींद से जागे अधिकारियों की तरफ से सुरक्षा के इंतजाम किए हैं, लेकिन वह इंतजाम नाकाफी है. एलिवेटेड रोड की एंट्री पर कंक्रीट के बैरियर लगाया गया है. इस सड़क पर अभी भी पैदल जाया जा सकता है.
26 मई को एक कार सवार की निर्माणाधीन फ्लाईओवर से नीचे गिर कर मौत हो गई थी. मृतक की पहचान दिल्ली के कृष्णा नगर निवासी जगदीप के तौर पर हुई थी. वह नोएडा के एक निजी कंपनी में काम करते थे. वह नोएडा से अपने घर की तरफ अपनी कार से लौट रहे थे. इस दुर्घटना के बाद आधे अधूरे बने इस एलिवेटेड रोड एंट्री प्वाइट पर कंक्रीट के बैरियर लगाकर उसे बंद कर दिया गया है, लेकिन बैरियर की ऊंचाई इतनी कम है कि कोई भी उसे पैदल क्रॉस करके जा सकता है. आगे जाने के बाद कोई बैरिकेडिंग नहीं की गई है.
यमुना खादर में रहने वाले लोगों ने बताया कि निर्माणाधीन एलिवेटेड सड़क हादसे से पहले भी बैरिकेडिंग की गई थी, लेकिन कुछ लोग मौज मस्ती के लिए बैरिकेडिंग हटाकर निर्माणाधीन फ्लाईओवर की तरफ जाते हैं. कई लोग वहां शराब पीकर अक्सर मस्ती करते नजर आते हैं. इसे रोकने के लिए प्रशासन की तरफ से वहां पर कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किया गया है, जो आने वाले समय में और भी हादसे का सबब बन सकता है. इस हादसे को लेकर पूर्वी दिल्ली जिला के आला अधिकारियों का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है. जांच के बाद ही पता चल पाएगा कि जगदीप निर्माणाधीन फ्लावर होने के बावजूद वह कार लेकर उस एलिवेटेड रोड पर कैसे गए.
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