नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के गांधी नगर इलाके से तीन तलाक का मामला सामने आया है. पीड़िता की शादी 2 साल पहले हुई थी. पीड़ित महिला का आरोप है कि लड़का झोला छाप डॉक्टर है जबकि लड़के के परिजनों ने झूठ बोला था कि लड़का एमबीबीएस डॉक्टर है. बीती रात लड़के ने दहेज में कार नहीं देने की वजह से तीन तलाक देकर संबंध तोड़ लिया था. पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.
कार के लिए करने लगा प्रताड़ित
पीड़ित बबली मलिक के मुताबिक वह अपने परिवार के साथ गाजियाबाद के लोनी में रहती थी. दिसंबर 2017 में उसकी शादी दिल्ली के शाहदरा जिला के गांधी नगर थाना इलाके में रहने वाले आसिफ मलिक से हुई थी. आसिफ के परिजनों ने बताया था कि वह एमबीबीएस डॉक्टर है. जिसके बाद बबली के पिता ने धूमधाम से शादी की. इतना ही नहीं आसिफ के परिवार ने 5 लाख दहेज के रूप में भी लिए थे. लेकिन शादी के बाद से ही पति बबली से कार की डिमांड करने लगा और उसे प्रताड़ित करने लगा.
'ये भी चिंता नहीं कि उससे एक बच्चा है'
पीड़िता बबली के मुताबिक आसिफ दिल्ली के गांधी नगर में रहता है और पिछले 8 महीने से उसे उसके मायके में छोड़ा हुआ है. रविवार को आसिफ ने उसे बुलाया और कहा कि गाड़ी नहीं दे सकते तो मैं तुम्हे तलाक देता हूं और तीन बार तलाक तलाक तलाक बोल कर कहा कि आज के बाद तुमसे कोई संबंध नहीं है. उसे इस बात की चिंता नहीं हुई कि उससे एक बच्चा भी है.
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही केंद्र सरकार ने तीन तलाक के विरुद्ध कानून पास किया है. जिसके तहत किसी भी मुस्लिम महिला को तीन तलाक नहीं दिया जा सकता यदि ऐसा कोई करता है. तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. जिसके तहत गिरफ्तारी भी हो सकती है.