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Ghaziabad Accident: 6 लोगों की मौत की जिम्मेदार बस कंपनी के ड्राइवरों का नियम तोड़ने का पुराना इतिहास...

गाजियाबाद में सड़क हादसे में छह लोगों की मौत के बाद प्रशासन ने मामले में जांच और कार्रवाई शुरू कर दी है. शुरुआती जांच में सामने आया है कि बस जिस ट्रांसपोर्ट कंपनी की थी उसके ड्राइवर पहले भी ट्रैफिक नियम तोड़ते रहे हैं. इसके लिए कंपनी के खिलाफ दो दर्जन से अधिक के चालान काटे जा चुके हैं.

More than two dozen challans have been cut
More than two dozen challans have been cut
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Published : Jul 11, 2023, 8:29 PM IST

रामानंद कुशवाहा एडीसीपी ट्रैफिक

नई दिल्ली/गाजियाबाद: दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे पर हुई सड़क दुर्घटना के मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. दरअसल, जिस ट्रांसपोर्ट कंपनी की बस वह चालक चला रहा था उस कंपनी की गाड़ियां इससे पहले भी दो दर्जन से ज्यादा बार ट्रैफिक नियमों की धज्जियां उड़ा चुकी हैं. पिछले कुछ वर्षों में आरोपी ट्रांसपोर्ट कंपनी की गाड़ियों का हजारों रुपये का चालान किया जा चुका है. इसके बावजूद कंपनी के ड्राइवर सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं. साथ ही यह भी सामने आया है कि इस स्कूल बस को प्राइवेट कंपनी में इस्तेमाल किया जा रहा था. इससे पता चलता है कि ट्रांसपोर्ट कंपनी ट्रैफिक नियमों को ताक पर रखकर लोगों की जिंदगी खतरे में डालती रही है.

गाजियाबाद पुलिस कमिश्नर की तरफ से दो दर्जन से ज्यादा चालान की कॉपी जारी की गई है. यह सभी चालान अलग-अलग गाड़ियों के हैं. लेकिन इन सभी गाड़ियों को ऑपरेट करने वाली कंपनी चौधरी टूर्स एंड ट्रेवल्स है. इनमें से कुछ चालान दो पहिया वाहन के हैं, जिसका हेलमेट न लगाने के चालान काटा गया था. इनमें से सबसे पहला चालान 2015 में हुआ था यानी कंपनी के ड्राइविंग स्टाफ द्वारा इतने सालों से तोड़े जाने के बाद उनपर सिर्फ चालान की ही कार्रवाई की गई. इनमें से अधिकतर चालान पेंडिंग हैं.

जांच में यह सामने आया है कि यह बस पूर्व में पब्लिक स्कूल सेक्टर 28 नोएडा में लगी हुई थी. लेकिन इस बस को वहां से हटाकर वर्तमान में निजी कंपनी ओरिएंट पेसन सेक्टर 67 में चलाया जा रहा था. यह बस भी कई बार नियमों की अनदेखी करती हुई पाई गई थी. वहीं मौजूदा आरोपी ड्राइवर प्रेमपाल के अलग-अलग तरह के चालान हुए हैं. कंपनी के ड्राइविंग स्टाफ का सीट बेल्ट न लगाने, गलत दिशा में गाड़ी चलाने व गाड़ी में फर्स्ट एड न होने जैसी चीजों के लिए चालान हुआ है.

पूर्व में भी काटे जा चुके हैं कई चालान
पूर्व में भी काटे जा चुके हैं कई चालान

अगर इस कंपनी पर पहले ही सख्त कार्रवाई की गई होती, तो आज 6 लोगों की जिंदगी बच जाती. पुलिस ने आरोपी ड्राइवर प्रेमपाल पर सख्त धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है, जिसमें उसकी जमानत होने के भी आसार नहीं लग रहे हैं. आरोपी पर धारा 304, 308 और 427 के तहत कार्रवाई की गई है. वहीं पीड़ित परिवार की तरफ से आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की गई है. पुलिस को शक है कि स्कूल बस की शक्ल में बस को निजी कंपनी में चलाने का मकसद यह हो सकता है कि ट्रैफिक नियमों को स्कूल के बच्चों की गाड़ी होने का हवाला देकर तोड़ा जा सके और पकड़े जाने पर बच्चों की दुहाई देकर छुड़ाया जा सके.

यह भी पढ़ें-Ghaziabad Road Accident : दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे पर भीषण सड़क हादसा, एक ही परिवार के छह लोगों की मौत

गाजियाबाद पुलिस कमिश्नर ने इस घटना को काफी गंभीरता से लिया है और ट्रैफिक पुलिस के अधिकारियों को निर्देशित किया है कि पूरे जिले में अगर कोई भी गलत दिशा में गाड़ी चलाता है तो उसपर सख्ती से कार्रवाई की जाए. खासकर दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे को लेकर काफी गंभीरता बरती जा रही है. इसके अलावा ऐसे पॉइंट्स पर ट्रैफिक पुलिस की तैनाती की गई है, जहां वाहन गलत दिशा में जा सकते हैं.

यह भी पढ़ें-Ghaziabad Road Accident: बच सकती थी पूरे परिवार की जान, गलत दिशा में 8 किमी तक दौड़ती रही मौत की बस

रामानंद कुशवाहा एडीसीपी ट्रैफिक

नई दिल्ली/गाजियाबाद: दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे पर हुई सड़क दुर्घटना के मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. दरअसल, जिस ट्रांसपोर्ट कंपनी की बस वह चालक चला रहा था उस कंपनी की गाड़ियां इससे पहले भी दो दर्जन से ज्यादा बार ट्रैफिक नियमों की धज्जियां उड़ा चुकी हैं. पिछले कुछ वर्षों में आरोपी ट्रांसपोर्ट कंपनी की गाड़ियों का हजारों रुपये का चालान किया जा चुका है. इसके बावजूद कंपनी के ड्राइवर सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं. साथ ही यह भी सामने आया है कि इस स्कूल बस को प्राइवेट कंपनी में इस्तेमाल किया जा रहा था. इससे पता चलता है कि ट्रांसपोर्ट कंपनी ट्रैफिक नियमों को ताक पर रखकर लोगों की जिंदगी खतरे में डालती रही है.

गाजियाबाद पुलिस कमिश्नर की तरफ से दो दर्जन से ज्यादा चालान की कॉपी जारी की गई है. यह सभी चालान अलग-अलग गाड़ियों के हैं. लेकिन इन सभी गाड़ियों को ऑपरेट करने वाली कंपनी चौधरी टूर्स एंड ट्रेवल्स है. इनमें से कुछ चालान दो पहिया वाहन के हैं, जिसका हेलमेट न लगाने के चालान काटा गया था. इनमें से सबसे पहला चालान 2015 में हुआ था यानी कंपनी के ड्राइविंग स्टाफ द्वारा इतने सालों से तोड़े जाने के बाद उनपर सिर्फ चालान की ही कार्रवाई की गई. इनमें से अधिकतर चालान पेंडिंग हैं.

जांच में यह सामने आया है कि यह बस पूर्व में पब्लिक स्कूल सेक्टर 28 नोएडा में लगी हुई थी. लेकिन इस बस को वहां से हटाकर वर्तमान में निजी कंपनी ओरिएंट पेसन सेक्टर 67 में चलाया जा रहा था. यह बस भी कई बार नियमों की अनदेखी करती हुई पाई गई थी. वहीं मौजूदा आरोपी ड्राइवर प्रेमपाल के अलग-अलग तरह के चालान हुए हैं. कंपनी के ड्राइविंग स्टाफ का सीट बेल्ट न लगाने, गलत दिशा में गाड़ी चलाने व गाड़ी में फर्स्ट एड न होने जैसी चीजों के लिए चालान हुआ है.

पूर्व में भी काटे जा चुके हैं कई चालान
पूर्व में भी काटे जा चुके हैं कई चालान

अगर इस कंपनी पर पहले ही सख्त कार्रवाई की गई होती, तो आज 6 लोगों की जिंदगी बच जाती. पुलिस ने आरोपी ड्राइवर प्रेमपाल पर सख्त धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है, जिसमें उसकी जमानत होने के भी आसार नहीं लग रहे हैं. आरोपी पर धारा 304, 308 और 427 के तहत कार्रवाई की गई है. वहीं पीड़ित परिवार की तरफ से आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की गई है. पुलिस को शक है कि स्कूल बस की शक्ल में बस को निजी कंपनी में चलाने का मकसद यह हो सकता है कि ट्रैफिक नियमों को स्कूल के बच्चों की गाड़ी होने का हवाला देकर तोड़ा जा सके और पकड़े जाने पर बच्चों की दुहाई देकर छुड़ाया जा सके.

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गाजियाबाद पुलिस कमिश्नर ने इस घटना को काफी गंभीरता से लिया है और ट्रैफिक पुलिस के अधिकारियों को निर्देशित किया है कि पूरे जिले में अगर कोई भी गलत दिशा में गाड़ी चलाता है तो उसपर सख्ती से कार्रवाई की जाए. खासकर दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे को लेकर काफी गंभीरता बरती जा रही है. इसके अलावा ऐसे पॉइंट्स पर ट्रैफिक पुलिस की तैनाती की गई है, जहां वाहन गलत दिशा में जा सकते हैं.

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