नई दिल्लीः गाड़ी का शौक रखने वाले हर किसी को इस बात का क्रेज रहता है कि उसकी गाड़ी का नंबर वीआईपी और फैंसी हो. इसके लिए लोग कुछ भी कर गुजरने के तैयार रहते हैं. ऐसा ही कुछ नोएडा में भी देखने को मिला. दरअसल, गाड़ी के लिए वीआईपी नंबर लेने के लिए बोली लगाई, जिसमें उस नंबर को हासिल करने के लिए लोग ऊंचे दाम देने को तैयार दिखे. (More craze for VIP numbers in Noida)
नोएडा के एआरटीओ प्रशासन सियाराम वर्मा ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि अब तक 14 सौ से अधिक वीआईपी या फैंसी नंबरों की बोलियां इस वर्ष लग चुकी है. वहीं, वीआईपी/फैंसी नंबरों से विभाग को करीब छह करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ है. अब तक की सबसे अधिक बोली गाड़ी मालिक द्वारा 0001 नम्बर के लिए लगाई गई है, जो 22 लाख 56 हजार रुपये में दिया गया.
नोएडा में 2900 गाड़ियां वीआईपी नंबर में हुई रजिस्टर्डः सियाराम वर्मा ने बताया कि नंबर सीरीज बदलने के साथ ही वीआईपी या फैंसी नंबर की मांग लोगों द्वारा शुरू हो जाती है. वीआईपी नंबरों का रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन होने के चलते लोग पहले नंबरों पर निर्धारित शुल्क से अधिक बोली लगाकर लेने का काम शुरू करते हैं. 1 जनवरी 2022 से 31 अक्टूबर 2022 तक 1423 वीआईपी या फैंसी नंबर अलॉट किए गए हैं. इन नंबरों से विभाग को अब तक छह करोड़ों रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ है.
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वहीं, सबसे अधिक बोली 0001 नंबर की लोगों द्वारा लगाई गई, जो इस बार 22 लाख 56 हजार रुपये की लगी है. यह अब तक की सबसे अधिक बोली गई है. अभी यह नंबर अलॉट नहीं हुआ है, पर गाड़ी मालिक द्वारा जल्द रजिस्ट्रेशन राजस्व जमा करके इसे अलॉट कर दिया जाएगा.
उन्होंने बताया कि अब तक गौतमबुद्ध नगर जनपद एआरटीओ विभाग को 200 करोड़ रुपए पूरे रजिस्ट्रेशन से राजस्व प्राप्त हुआ है. सियाराम वर्मा ने बताया कि आने वाले समय में और अधिक नंबर की बोली लगने की उम्मीद है. फैंसी और वीआईपी नंबरों को लेकर लोगों के अंदर एक क्रेज बनता जा रहा है.