नई दिल्ली: दिल्ली नगर निगम ने यमुना नदी में आई बाढ़ का पानी उतरने के बाद बाढ़ राहत कार्य तेज कर दिए हैं. इसी कड़ी में दिल्ली नगर निगम के कार्यबल एवं मशीनरी स्थिति को सामान्य बनाने के लिए अपना शत प्रतिशत योगदान दे रहे हैं. निगम ने हकीकत नगर धीरपुर मुख्य पीडब्ल्यूडी सड़क, मलका गंज, दिल्ली विश्वविद्यालय, प्रियदर्शिनी कॉलोनी, निगमबोध घाट, बेला रोड, मजनू का टीला से शांति वन तक की सड़क, मूलचंद बस्ती, पुश्ता रोड मदनपुर खादर, हाफिज नगर भैरों मंदिर मार्ग, अन्ना नगर, जैतपुर इत्यादि स्थानों पर पंपों,सुपर सकर मशीन की सहायता से बाढ़ का पानी निकालने एवं गाद साफ करने के कार्य कर रहा है.
दिल्ली नगर निगम के सिविल लाइंस क्षेत्र में बाढ़ राहत के कार्य को सुचारू रूप से क्रियान्वित करने के लिए निगम द्वारा एनफोर्समेंट एवं अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया. यह अभियान जहांगीर पुरी मुख्य मार्ग पर चलाया गया. अतिक्रमण हटाओ अभियान का उद्देश्य साफ सफाई एवं बाढ़ का पानी हटाने के लिए मार्ग प्रशस्त करना था.
तैमूर नगर नाले की सफाई पर विशेष बल
दिल्ली नगर निगम तैमूर नगर नाले से कचरा उठाने के लिए विशेष प्रयास कर रहा है. इसी दिशा में कार्य करते हुए निगम द्वारा 6 ट्रक लगाए गए हैं, जिन्होंने नाले से 25 मैट्रिक टन कचरा उठाया. निगम ने बाढ़ राहत शिविरों में मच्छरजनित बीमारियों से बचाव के लिए फॉगिंग एवं कीटनाशक दवाओं का छिड़काव किया. निगम के जनस्वास्थ्य विभाग ने लोगों को जागरूक करने के लिए 700 स्टिकर चिपकाए एवं 37 बैनर प्रदर्शित किए. विभाग ने 1000 ओ.आर.एस. के पैकेट भी वितरित किए. इसके अलावा राहत शिविरों में पीने के साफ पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए क्लोरीन की 160 बॉटल वितरित की.
बाढ़ के मद्देनजर हवन
पूर्वी दिल्ली के मयूर विहार फेस वन बाढ़ राहत शिविर के पास हिंदू जागरण मंच की तरफ से यमुना नदी में आई बाढ़ के मद्देनजर हवन किया गया. हवन पूजा कर यमुना नदी का जलस्तर कम हो, स्थितियां सामान्य हो इसकी कामना की गई. इस हवन पूजा में जिला मयूर विहार हिंदू जागरण मंच के पदाधिकारी और कई स्थानीय लोग शामिल हुए. हिंदू जागरण मंच मयूर विहार के संयोजक पुनीत ऊंटवाल ने बताया कि यमुना नदी का जलस्तर लगातार खतरे के निशान से ऊपर है, जिससे हजारों लोग प्रभावित हुए हैं, लोगों को बेघर होना पड़ा है. न केवल दिल्ली बल्कि बाहरी इलाके के लोग भी यमुना का जलस्तर बढ़ने से प्रभावित हुए हैं.
ये भी पढ़ें : Delhi Flood: भविष्य में दोबारा आई ऐसी बाढ़ तो करने होंगे ये उपाय, जानें क्या है इसके कारण
ये भी पढ़ें : Delhi Flood: रहने-खाने की व्यवस्था फिर भी राहत कैंप में नहीं जाना चाहते लोग? जानें बाढ़ पीड़ितों की दर्द ए दास्तां