नई दिल्ली: दिल्ली नगर निगम की मेयर शैली ओबेरॉय ने भाजपा पर व्यापारी विरोधी मानसिकता का आरोप लगाया है. मेयर ने कहा कि दिल्ली में सील पड़ी लोकल शॉपिंग कॉम्प्लेक्स की दुकानों को भाजपा डी-सील नहीं होने देना चाहती है. मेयर ने आरोप लगाया की इसी वजह से सदन की विशेष बैठक में इसके ऊपर चर्चा नहीं होने दी. भाजपा के विरोध के बावजूद आम आदमी पार्टी की सरकार ने जल्द से जल्द लोकल शॉपिंग कॉम्प्लेक्स की दुकानों को डी-सील करने संबंधी प्रस्ताव सदन में पास किया है. इससे जल्द दुकानों के डी-सील होने का रास्ता साफ हो गया है.
दरअसल, मेयर डॉ शैली ओबरॉय ने आम आदमी पार्टी मुख्यालय में आज डिप्टी मेयर आले मोहम्मद इकबाल और नेता सदन मुकेश गोयल के साथ महत्वपूर्ण प्रेस वार्ता को संबोधित किया. मेयर ने कहा कि शॉपिंग कॉम्प्लेक्स में दुकानों को डी-सील जल्द से जल्द किया जाए. निगम आयुक्त सहित सभी विभागों के अधिकारी जल्द से जल्द इन संपत्तियों को डी-सील करवाने के लिए कार्रवाई करें.
वहीं, नेता सदन मुकेश गोयल ने कहा कि सदन में आज डी-सीलिंग को लेकर विस्तार में चर्चा करना चाहते थे लेकिन बीजेपी आज फिर चर्चा से भाग खड़ी हुई. पिछले 15 सालों से बीजेपी ने कभी भी सीलिंग के इस मुद्दे पर ध्यान नहीं दिया. कभी सुप्रीम कोर्ट तो कभी मॉनिटिरिंग समिति का बहाना बनाते थे. जब ये दुकानें वर्ष 2017-18 में सील हुई तब भाजपा इनका पक्ष न्यायालय में रख सकती थी.जब सुप्रीम कोर्ट की ज्यूडिशियल कमेटी का फैसला आ गया है तो आज दिल्ली में लाखों दुकानों सील पड़ी, उनकी सील खुलवाने के लिए सदन में चर्चा करवाना चाहते थे.
बीजेपी ने मेयर शैली ओबेरॉय को घेरा: निगम में नेता प्रतिपक्ष राजा इकबाल सिंह ने आरोप लगाया कि आप पार्टी ने कोर्ट के आदेश आने के बावजूद एक भी दुकान डी- सील नहीं की. दूसरी ओर अमर कॉलोनी मार्केट में 11 दुकानें निगम द्वारा सील कर दी गई. राजा इकबाल सिंह ने कहा कि अगर सच में आप पार्टी की मंशा दुकानों को डी-सील करने की होती तो वह आज सदन की कार्रवाई में निगमायुक्त से कहलवाते कि भविष्य में दिल्ली में कोई भी दुकान सील नहीं होगी.
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अधिकारियों के साथ मिलीभगत कर किया भ्रष्टाचार: राजा इकबाल ने निगम की आप सरकार पर अधिकारियों के साथ मिलीभगत कर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि आप सरकार की दुकानों को डी-सील करने की कोई भी मंशा नहीं था. ज्यूडिशियल कमिटी के रिपोर्ट के अनुसार दुकानें तुरंत डी सील हो जानी चाहिए थी. एक तरफ तो मेयर साहिबा डी-सीलिंग के मुद्दे पर सदन बुला रही हैं. वहीं, दूसरी तरफ निगम द्वारा लाजपत नगर की अमर कॉलोनी मार्केट में 11 दुकानें सील कर दी गई हैं. जब भाजपा के पार्षदों ने सीलिंग का विरोध किया तो उनपर कानूनी कार्रवाई करने की धमकी दी गई. उन्होंने कहा कि मैं दिल्ली की मेयर से पूछना चाहता हूं कि वे दुकानों को डी-सील करने के लिए क्या वे पार्टी आलाकमान का इंतजार कर रही हैं.