नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजियाबाद के छात्र मलय केडिया ने जेईई मेन एग्जाम में हिस्टोरिकल फॉर्मेंस दी है, जिससे उन्होंने परिवार समेत पूरे जिले का नाम रोशन कर दिया है. मलय ने शत प्रतिशत अंक हासिल किए हैं. इसके बाद पूरे परिवार में खुशी की लहर है. उसने 300 में से 300 अंक हासिल किए. उन्होंने बताया कि वह अपनी सफलता पर काफी खुश है. दिन में 12 घंटे पढ़ाई करते हैं. ज्यादातर पढ़ाई उन्होंने कोचिंग सेंटर पर की है. वह आईआईटी मुंबई से बैचलर डिग्री करके फिजिक्स में रिसर्च करना चाहते हैं.
साइंस से मिली प्रेरणा: मलय को साइंस साइड में जाने की प्रेरणा साइंस से ही मिली. धीरे-धीरे उनका साइंस में इंट्रेस्ट बढ़ता चला गया. इसके अलावा पेरेंट्स और टीचर्स ने उन्हें काफी प्रेरित किया. जब भी उन्हें लगता था कि वह नर्वस हो रहे हैं, तो माता-पिता ने उनको काफी सपोर्ट किया. उनको उनके टीचर ने गुरु मंत्र दिया था, जिसमें उन्होंने बताया था कि नंबर अच्छे हैं या बुरे इस पर ध्यान देने की बजाए सिर्फ पढ़ाई पर फोकस रखना है. मलय का परिवार मूल रूप राजस्थान का रहने वाला है. मलय की रुचि पढ़ाई के अलावा म्यूजिक में है. मलय बचपन से पढ़ाई में अच्छे स्टूडेंट रहे हैं. उनकी 12वीं तक की पढ़ाई वसुंधरा के जयपुरिया स्कूल से हुई है.
बेटा है माता-पिता का गौरव: मलय के पिता भास्कर केडिया ने बताया कि पूरा परिवार बेहद खुश है. बेटे की मेहनत रंग लाई है. बेटे ने जब आईआईटी में जाने का सपना देखा था तब उम्मीद जागी थी, लेकिन बेटे ने काफी मेहनत की और उसके बाद सने पूरे परिवार को गर्व महसूस कराया है. परिवार उम्मीद कर रहा है कि जेईई एडवांस में भी बेटा इसी तरह से उम्दा प्रदर्शन करेगा.
मलय के पिता ने बताया कि जब बच्चा जेईई देता है तो उसका पूरा परिवार जेईई देता है. सभी को समान मेहनत करनी पड़ती है. कई तरह के त्याग देने पड़ते हैं. निरंतर बच्चे को मोटिवेट और गाइड करना पड़ता है. मलय के पिता ने कहा कि सभी माता पिता को सुझाव देना चाहते हैं कि सिर्फ कोचिंग में डालकर काम खत्म नहीं होता. बच्चे के साथ मेहनत भी करनी पड़ेगी.
मां ने बताई मलय की खूबी: मलय की मां श्वेता केडिया ने बताया कि हम बहुत खुश हैं. उस खुशी को हम एक्सप्रेस भी नहीं कर सकते हैं. पूरे परिवार ने सपना देखा था कि बेटा आईआईटी मुंबई जाएगा. वह सपना सच होता दिखाई दे रहा है. मलय की मां ने बताया कि कई बार बच्चा कुछ बातें नहीं बताता है, लेकिन हमें उसे समझना होता है. उन्होंने कहा कि छोटा बेटा एडवोकेट बनना चाहता है और बड़े बेटे से काफी प्रेरणा लेता है.
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