नई दिल्लीः दिल्ली नगर निगम चुनाव (Delhi Municipal Corporation Elections) में राजनीतिक मुद्दा बना गाजीपुर कूड़े का पहाड़ एक बार फिर ढह गया. गनीमत रही कि इस हादसे में किसी की जान नहीं गई. गाजीपुर बकरा मंडी (Ghazipur Bakra Mandi) के कारोबारियों ने बताया कि रविवार रात कूड़े के पहाड़ का बकरा मंडी के सामने का हिस्सा ढह गया, जिसकी वजह से गाजीपुर लैंडफिल साइट की दीवार का एक बड़ा हिस्सा गिर गया.
गाजीपुर बकरा मंडी (Ghazipur Bakra Mandi) में काम करने वाले वर्करों ने बताया कि गनीमत रही कि यह हादसा रात के वक्त हुआ. दिन के वक्त घटनास्थल के आसपास बकरा मंडी लगती है, जिसकी वजह से वहां काफी भीड़ होती है.
दिल्ली मीट मर्चेंट एसोसिएशन के जनरल सेक्रेटरी इरशाद कुरैशी ने बताया कि दिल्ली नगर निगम की लापरवाही की वजह से यह हादसा हुआ है. रविवार होने की वजह से जान और माल का नुकसान नहीं हुआ है. इस मामले की जांच होनी चाहिए और हादसा दोबारा न हो, इसे सुनिश्चित किया जाना चाहिए.
हादसे पर जब ईटीवी भारत की टीम ने पूर्वी दिल्ली नगर निगम के शाहदरा साउथ जोन के डीसी वंदना राव से सवाल पूछा तो उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया. बता दें, 1 सितंबर 2017 को भी गाजीपुर लैंडफिल साइट पर जमा कूड़े का पहाड़ ढह गया था. कूड़े का बड़ा हिस्सा हिंडन कैनाल रोड पर गिर गया था. इस हादसे में सड़क से गुजर रही कई गाड़ियां मलवे की चपेट में आ गई थी. इस हादसे में एक युवती सहित दो लोगों की मौत हो गई थी.
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गाजीपुर लैंडफिल साइट दिल्ली नगर निगम के अंतर्गत आता है. ऐसे में दिल्ली नगर चुनाव में कूड़े का पहाड़ राजनीतिक मुद्दा बन गया है. आम आदमी पार्टी कूड़े के इस पहाड़ के लिए 15 साल से निगम की सत्ता में काबिज बीजेपी को जिम्मेदार ठहरा रही है. कुछ दिन पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी गाजीपुर में जमा लैंड फील साइट का दौरा किया था और कूड़े के पहाड़ को लेकर भाजपा पर निशाना साधा था.