नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजियाबाद में बुधवार की शाम कोर्ट परिसर में जिस तेंदुए ने कोहराम मचाया था, उसे गुरुवार की सुबह वन विभाग की टीम ने उत्तराखंड में स्थित शिवालिक रिजर्व पार्क भेज दिया है. बताया जा रहा है कि तेंदुआ अब उत्तराखंड पहुंच चुका है. तेंदुए को जब बुधवार रात पकड़ा गया तो वह बिल्कुल ठीक था. उसके स्वास्थ्य की जांच भी की गई. वन विभाग ने जब तेंदुए को पकड़ा तो वह काफी गुस्से में था और हर किसी के ऊपर गुर्रा रहा था.
इन लोगों पर किया हमला: आपको बता दें बुधवार की शाम करीब 3 बजे के आसपास गाजियाबाद जिला कोर्ट में एक तेंदुआ घुस गया, जिसने कई लोगों को घायल कर दिया. इसके हमले में एक वकील समेत करीब आधा दर्जन लोग घायल हो गए थे, जिसमें एक की हालत अभी भी गंभीर बताई जा रही है. लोगों की मदद से उन लोगों को अस्पताल में एडमिट कराया गया. जिसके बाद जिले की पुलिस तेंदुए को पकड़ने के लिए मशक्कत में जुट गई थी.
पुलिस के अलावा वन विभाग और दमकल विभाग की टीम ने काफी मशक्कत के बाद करीब रात 9 बजे तेंदुए को पिंजरे में बंद कर दिया. इसके बाद वन विभाग की टीम ने तेंदुए का उपचार भी किया. उसे रेस्क्यू करने के बाद गुरुवार की सुबह उत्तराखंड के शिवालिक एलीफेंट रिजर्व पार्क के लिए भेज दिया गया. यह पार्क वन्य जीव संरक्षण के लिए बनाया गया था जहां पर कई वन्य जीव रहते हैं.
गाजियाबाद कोर्ट में कैसे पहुंचा तेंदुआ? : हालांकि वन विभाग ने अभी इस मामले पर औपचारिक बयान जारी नहीं किया है लेकिन यह पता लगाया जा रहा है कि तेंदुआ गाजियाबाद शहर के बीचो-बीच बने गाजियाबाद कोर्ट में कैसे पहुंच गया. वहीं बार-बार तेंदुए ने कोर्ट परिसर में लगे चैनल गेट पर अपने सिर से टक्कर मारी थी, जिससे उसके चेहरे पर खरोच का निशान साफ देखा जा सकता था. शायद यही वजह थी कि तेंदुआ काफी गुस्से में नजर आ रहा था.
बीते दिनों इन जगह देखा गया तेंदुआ: आपको यह भी बता दें कि गाजियाबाद में पिछले कुछ सालों में तेंदुए का कहर देखने को मिला है. संजय नगर में बीते साल तेंदुआ देखा गया था, जिसे पकड़ा नहीं जा सका था. बाद में उसी तेंदुए को राजनगर इलाके में भी देखा गया था. इसके अलावा करीब 2 साल पहले गाजियाबाद के मसूरी इलाके में भी तेंदुआ आ गया था, जिस का कहर काफी ज्यादा बरपा था. वहीं कुछ साल पहले की बात करें तो गाजियाबाद में जीडीए उपाध्यक्ष के घर के बाहर तेंदुआ पहुंच गया था. यह इलाका भी गाजियाबाद कोर्ट से नजदीक ही है. ऐसे में वन विभाग के सामने यह जानना बेहद बड़ी चुनौती है कि पॉश इलाके में यह तेंदुए कहां से आ रहे हैं. आपको यहां यह भी याद दिला दें कि करीब 1 महीने पहले भोजपुर इलाके में दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे पर एक तेंदुए की दुर्घटना में मौत हो गई थी. इससे साफ है कि गाजियाबाद में तेंदुए का आतंक बढ़ता जा रहा है जो लोगों के लिए भी दहशत का सबब बनने लगा है.
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