नई दिल्ली: दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) की कार्य प्रणाली को देखने के लिए कोझिकोड नगर निगम का प्रतिनिधिमंडल सोमवार को दिल्ली पहुंचा. इस दौरान उन्होंने दिल्ली नगर निगम की कचरा प्रबंधन व्यवस्था और अन्य महत्वपूर्ण परियोजनाओं के मॉडल को समझा. प्रतिनिधिमंडल में शामिल 50 से अधिक पार्षदों ने सिविक सेंटर में मेयर शैली ओबरॉय से मुलाकात भी की.
इस अवसर पर निगम अधिकारियों ने प्रतिनिधिमंडल को प्रजेंटेशन के माध्यम से निगम की कचरा प्रबंधन व्यवस्था, लैंडफिल साइटों पर कूड़े के निस्तारण की प्रक्रिया व स्रोत पर ही कूड़े को अलग करने के बारे में बताया. वहीं मेयर ने दिल्ली नगर निगम के अनुभवों को प्रतिनिधिमंडल के साथ साझा किया और प्रतिनिधिमंडल के पार्षदों से उनके अनुभवों पर भी चर्चा की. मेयर ने कहा कि सीएम अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में तीनों कूड़े के पहाड़ों का निस्तारण किया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि अगले साल तक दिल्ली को कूड़े के पहाड़ों से मुक्ति मिल जाएगी. इसके अलावा गार्बेज वल्नरेबल प्वाइंट्स की पहचान कर कूड़े के ढेर से दिल्ली को मुक्ति दिलाई जा रही है. वहीं प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि दिल्ली नगर निगम की बेहतर नीतियों, कार्यक्रमों और श्रेष्ठ पद्धतियों को वे कोझिकोड नगर निगम में भी लागू करेंगे. इससे जनता तक स्थानीय शासन द्वारा अधिक से अधिक लाभ और सुविधाएं पहुंचाई जा सकेंगी.
साथ ही 55 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने दिल्ली नगर निगम के आईटीओ स्थित भारत के पहले बाह्य संग्रहालय शहीदी पार्क का भ्रमण भी किया. इस दौरान उन्होंने 4.5 एकड़ क्षेत्र में फैले इस पार्क में 250 टन स्क्रैप व वेस्ट से देश की स्वतंत्रता और संप्रभुता के लिए विभिन्न कालखंडों में अपनी जान न्यौछावर करने वाले वीरों की कलाकृतियों को देखा. उन्होंने कहा कि यह अनोखा पार्क दिल्ली को नई पहचान दे रहा है और इस तरह का पार्क वे कोझिकोड में भी बनाएंगे. इस प्रतिनिधिमंडल में कोझिकोड नगर निगम की स्वास्थ्य स्थायी समिति की अध्यक्ष डॉ. एस जयश्री सहित 55 पार्षद शामिल थे.
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