नई दिल्ली/गाजियाबाद: इस साल श्रावण पूर्णिमा, गुरुवार 31 अगस्त, 2023 को मनाई जाएगी. श्रावण पूर्णिमा को ही रक्षाबंधन के रूप में मनाया जाता है. हालांकि इस दिन भद्राकाल भी है, इसलिए भद्रा खत्म होने के बाद ही राखी बांधी जाएगी. श्रावण पूर्णिमा के दिन किसी पवित्र नदी में स्नान और दान करने के साथ व्रत करने का भी विशेष महत्व है.
मान्यता है कि ऐसा करने से मनुष्य को सभी प्रकार के दुखों से मुक्ति मिलती है और जीवन में सुख समृद्धि और स्थिरता आती है. साथ ही यह व्रत अच्छा स्वास्थ्य और लंबी आयु प्रा्प्त करने के लिए भी किया जाता है. इस दिन तर्पण करने से पितृों का आशीर्वाद प्राप्त होता है. इस दिन गरीबों को अन्न और वस्त्र दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है. यही किसी कारणवश पवित्र नदी में स्नान न कर पाएं तो घर पर ही पानी में गंगाजल डालकर स्नान कर सकते हैं. ऐसा करने से पाप और कष्ट समाप्त होते हैं साथ ही तन और मन शुद्ध होता है. वहीं इस दिन मां लक्ष्मी को एकाक्षी नारियल चढ़ाने से आर्थिक बाधाओं से छुटकारा मिल जाता है.
श्रावण पूर्णिमा का मुहूर्त-
श्रावण पूर्णिमा तिथि आरंभ: बुधवार, 30 अगस्त 2023 सुबह 10:58 से शुरू होगी.
श्रावण पूर्णिमा तिथि समाप्त: गुरुवार, 31 अगस्त 2023 सुबह 08:35 पर समाप्त होगी.
श्रावण पूर्णिमा पर न करें ये काम
- श्रावण पूर्णिमा पर तामसिक भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए.
- इस दिन किसी भी तरह के नशे जैसे शराब, गुटखा, सिगरेट आदि का सेवन नहीं करना चाहिए.
- यदि श्रावण पूर्णिमा के दिन अपनी क्षमता के अनुसार दान अवश्य करें.
- पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक मकर संक्रांति, अमावस्या, चतुर्दशी, पूर्णिमा और एकादशी तिथि के दिन शारीरिक संबंध नहीं बनाने चाहिए.
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